लुटेरी गैंग का पर्दाफाश, 6 लुटेरे हुए गिरफ्तार
इंदौर : पुलिस उप महानिरीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र इंदौर (शहर) द्वारा इंदौर जिले में लूट डकैती के लंबित प्रकरण तथा अनुसलझी वारदातों को सुलझाने एवं अज्ञात आरेपियों की धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशाें के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) सूरज वर्मा के निर्देषन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम ब्रांच) श्री राजेश डण्डोतिया द्वारा क्राईम ब्रांच की टीम का गठन किया जाकर, बड़ी लूट की घटना का खुलासा किया गया।
2 मार्च को रात्रि करीब 09 बजे ग्वालियर के स्वर्ण आभूषण व्यापारी राजेन्द्र पिता अवध कुमार गुप्ता ने थाना मल्हारगंज में रिपोर्ट की थी कि उसने दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी सत्येन्द्र यादव व हेमंत श्रीवास्तव को 04 लाख रूपये नगदी तथा अन्य आभूषण लेकर ग्वालियर से इंदौर सराफा, खरीददारी करने भेजा था जोकि गोराकुण्ड के पास गंजानंद टॉवर के फ्लैट में रूके थे यहाँ पर गजानंद टॉवर की र्पार्कंग से तीन अज्ञात व्यक्ति सत्येन्द्र यादव व हेमंत श्रीवास्तव से धक्का मुक्की कर पैसों से भरा बैग लेकर रफूचक्कर हो गये है। उपरोक्त घटनाक्रम के संदर्भ में थाना मल्हारगंज में अपराध क्रमांक 91/20 धारा 392 भादवि के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया।
उक्त प्रकरण के अज्ञात आरेपियों की छानबीन कर गिरफ्तारी के प्रयास लगातार क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा किये जा रहे थे जिसके लिए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तत्कालीन मौके के आसपास मौजूद 50 से अधिक संदेहियों से पृथक पृथक पूछताछ की गई तथा पीड़ित के कर्मचारियों सत्येन्द्र यादव व हेमंत श्रीवास्तव से भी पूछताछ की गई जिसमें हेमंत श्रीवास्तव से ज्ञात तथ्य संदेहास्पद प्रतीत होने से घटना के संबंध में विभिन्न बिन्दुओं पर सिलसिलेवार पूछताछ की गई, जिसमें आरोपी हेमंत श्रीवास्तव ने अपना जुर्म कबूलते हुये सारे घटनाक्रम का पर्दाफाश कर दिया। आरोपी हेमंत श्रीवास्तव ने बैग में 04 लाख की बजाय कुल रकम 81 लाख नगदी की लूट होना कबूला।