नशे में धुत्त होकर घर के बंटवारे को लेकर बड़े भाई की हत्या, आरोपी भाई गिरफ्तार
उल्हासनगर : नशे में धुत्त होकर घर के बंटवारे को लेकर एक कलयुगी छोटे भाई ने अपने ही सगे भाई की लोहे के रॉड से पीट पीटकर मौत के घाट उतारने का मामला कल उल्हासनगर पुलिस अंतर्गत प्रकाश में आया है। पुलिस ने इस मामले में हत्यारे को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहाँ न्यायाधीश ने 1 जून तक पुलिस में भेज दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कल्याण (प) के योगीधाम स्थित गौरी पाड़ा निवासी विशाल कदम(24) रिक्शा चालक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए बताया है कि गत 19 मई के दिन कैम्प क्र. एक के भीम नगर निवासी उसकी दादी जनाबाई ने उसके पिता विठ्ठल कदम को फोन कर रोते बिलखते बताया कि उसका छोटा भाई संतोष घर का बंटवारा करने को लेकर उसको भद्दी भद्दी गालियां देते हुए झगड़ा कर रहा है। जिसके पश्चात विट्ठल अपने बेटे के साथ दादी के पास आया। तब तक संतोष घर मंे ही था और अपनी माँ को गालियां दे रहा था। यह देख विट्ठल ने संतोष को थप्पड़ जड़ते हुए माँ के पास से दूर करते हुए तमीज से पेश आने की नसीहत दी। यह बात सुन नशे में धुत संतोष विट्ठल पर बिफर पड़ा और उसे कहने लगा कि यह घर मेरे माँ का है। इस घर पर मेरा अधिकार है और तुम यहाँ आया मत करो। तब विट्ठल ने भी उसे कहा कि यह घर मेरे भी माँ का है। इसलिए तुम चुपचाप यहाँ से अपने घर चले जाओ। जिसके बाद संतोष घर के बाहर निकलते हुए विट्ठल को देखने की धमकी देते हुए चला गया। पुलिस के अनुसार घटना बुधवार रात साढ़े आठ से 10 बजकर 50 मिनट के दरमियान की है। जब विट्ठल किसी काम के चलते मां की घर की तरफ आ रहा था। जैसे ही मां के घर से थोड़ी दूर स्थित नंद जेठानी के बंगले की करीब विट्ठल पहुँचा तभी पहले से फिराक में बौखलाए बैठा संतोष अचानक हाथ में लोहे की पाईप लेकर अनभिज्ञ विट्ठल के सामने आया। विट्ठल कुछ समझ पाता इससे पूर्व संतोष ने विट्ठल के सिर पर पाईप से हमला बोल दिया। इसपर भी संतोष नही रुका और वह विट्ठल के सिर पर पाईप से तब तक हमला करता रहा जब तक विट्ठल मरणासन्न अवस्था में नहीं दिखा। खून से लथपथ विट्ठल जमीन पर छटपटाते हुए अपनी आखिरी सांस ली तब संतोष वहां से भाग खड़ा हुआ। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पहुंच कर लाश का पंचनामा कर पोस्टमार्टम हेतु मध्यवर्ती अस्पताल भेज दिया। और जांच के उपरांत मात्र कुछ घंटों के भीतर पुलिस ने हत्यारे संतोष को कल्याण के म्हारल गांव के निवास्थान से उसे गिरफ्तार किया।