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मुंबई. क्रूज ड्रग्स मामले की जांच शुरू करने वाली नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की दिल्ली टीम को मामले में प्रक्रिया के स्तर पर बड़ी खामियां मिली हैं. इस दौरान समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के कामों को लेकर भी कुछ अहम खुलासे हुए हैं. सूत्रों ने जानकारी दी है कि क्रूज शिप पर मौजूद कई लोगों को जाने दिया गया, जबकि एनसीबी अधिकारी आर्यन खान को गिरफ्तार करने के इच्छुक थे. एनसीबी ने अक्टूबर में क्रूज शिप पर रेड की थी, जिसमें शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था.
आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले मामले में एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े रुटीन रेड और जब्ती प्रक्रिया से भटक गए थे. यह खुलासा ऐसे समय पर हुआ जब एक दिन पहले ही मुंबई यूनिट ने 6 मामले एनसीबी की दिल्ली टीम को सौंपे हैं. सूत्रों ने जानकारी दी है जांच अधिकारी वानखेड़े के खिलाफ भी जांच जारी है और उनपर जांच को गुमराह करने के आरोप हैं. पता चला है कि हिरासत में रहने के दौरान आर्यन खान की सुरक्षा भी दिल्ली टीम के सामने एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आई है.
बता दें कि गवाह प्रभाकर सेल की तरफ से एनसीबी के जोनल प्रमुख समेत कई अधिकारियों पर लोगों को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के आरोप लगाए गए हैं. इन आरोपों के चलते वानखेड़े पहले ही पूछताछ का सामना कर रहे हैं. हालांकि, तमाम निजी और कार्यक्षेत्र से जुड़े आरोपों को झेल रहे वानखेड़े एजेंसी के मुंबई जोन के निदेशक बने रहेंगे.
एनसीबी ने शुक्रवार को बयान जारी किया कि 6 मामलों को दिल्ली यूनिट के अधिकारियों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को स्थानांतरित किया गया है. बयान के अनुसार, ‘किसी भी अधिकारी या अधिकारियों को मौजूदा भूमिकाओं से नहीं हटाया गया है और वे ऑपरेशन्स ब्रांच इन्वेस्टिगेशन्स का सहयोग करना तब तक जारी रखेंगे जब तक इसके विपरीत विशेष आदेश जारी नहीं किए जाते.’ एनसीबी ने इस बात को दोहराया कि वे पूरे भारत में एक एजेंसी के रूप में काम करते हैं.

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