आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में आखिर इतनी देरी से क्यों हुआ टीम इंडिया का पहला मैच?
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में भारतीय टीम बुधवार को अपना पहला मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलेगी. साउथैंप्टन में होने वाले इस मैच के लिए टीम इंडिया ने खूब तैयारी की है. हालांकि इस मैच से पहले सवाल उठ रहे हैं कि आखिर टीम इंडिया वर्ल्ड कप में इतनी देरी से मैच क्यों खेल रही है.
जबकि पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड ने 2-2 मैच खेल लिए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत को अपना पहला मैच 2 जून को खेलना था. उसका पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ होना था लेकिन आईसीसी ने बीसीसीआई की मांग पर उसका शेड्यूल ही बदल डाला.
ये है वजह
बीसीसीआई सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई प्रशासकों की समिति की गाइडलाइन का पालन करने की वजह से बीसीसीआई ने भारत के पहले मैच को देरी से कराने की मांग की थी. लोढ़ा समिति की गाइडलाइन के मुताबिक भारतीय टीम को आईपीएल के बाद 15 दिनों का आराम करना था. आईपीएल फाइनल 12 मई को हुआ था और भारत का रिकवरी पीरियड 27 मई को खत्म हो रहा था ऐसे में 2 जून को होने वाले मैच को खेलने के लिए पूरा समय था.
आखिर क्यों मानी गई बात?
हालांकि ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर आईसीसी ने बीसीसीआई की मांग मानी क्यों? जबकि आईसीसी बीसीसीआई को अपना आईपीएल शेड्यूल बदलने के लिए भी कह सकती थी जो कि एक डोमेस्टिक टूर्नामेंट हैं. इस सवाल का एक ही जवाब है क्योंकि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड है इसलिए उसने अपनी इसी ताकत का इस्तेमाल कर वर्ल्ड कप का शेड्यूल बदलवाया. आईसीसी ने बीसीसीआई की मांग को मान भी लिया क्योंकि बीसीसीआई को नाराज करने से पूरा टूर्नामेंट खतरे में पड़ सकता था.
टूर्नामेंट को शुरू हुए 6 दिन हो चुके हैं और विराट कोहली एंड कंपनी अब भी अपने पहले मैच का इंतजार कर रही है. भारत एकलौती टीम है जिसे इंग्लैंड के हालात में ढलने के लिए इतना समय बदला है. भारतीय टीम को इंग्लैंड में 13 दिन हो चुके हैं, वो 22 मई को इंग्लिश सरजमीं पर कदम रख चुकी थी, दूसरी एशियाई टीमों को ये सहूलियत नहीं मिली जिसका असर पाकिस्तान और श्रीलंका के शुरुआती मैचों में देखा गया. हालांकि बांग्लादेश ने साउथ अफ्रीका को हराकर अच्छी शुरुआत की है.