हर्बल हैंडवॉश जेल की खरीद का विरोध
ठाणे : मनपा स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए हर्बल हैंडवॉश जेल की खरीद को लेकर मामला गरमा गया है। इस प्रस्ताव को रद्द करने की मांग शुरू हो गई है। पिछले 2 साल में इसकी कीमत में चार गुना से अधिक बढ़ोतरी की बात सामने आई है। विरोधी पक्ष के अलावा, सत्तासीन शिवसेना-भाजपा की नगरसेविकाओं के विरोध के बावजूद हैंडवॉश खरीद का प्रस्ताव मनपा सदन में 2 दिन पहले हंगामे के बीच मंजूर कर दिया गया था।
ठाणे शहर राकांपा और स्वाभिमान संगठन प्रस्ताव का शुरू से विरोध कर रहे हैं। मंजूरी के बाद स्वाभिमान संगठन की तरफ से विरोध में मनपा शिक्षा विभाग कार्यालय के बाहर आंदोलन किया गया। संगठन के शहर अध्यक्ष विजय त्रिपाठी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मनपा शिक्षाधिकारी शेषराव बडे का घेराव किया और उनको टॉइलेट क्लीनर, फिनाइल, कचरे का डिब्बा, दरवाजे में लगाई जाने वाली कुंडी और मिनरल वॉटर की बोतलें भेंट कीं। संगठन की तरफ से बताया गया कि मनपा स्कूलों की हालत बहुत खराब है और वहां साफ-सफाई न होने के अलावा शौचालय, प्रवेश द्वार और खिड़कियों की कुंडी टूटी हैं। पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है, इसलिए ये चीजें प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराने के लिए शिक्षा अधिकारी को दी गईं। संगठन का कहना है कि अगर प्रस्ताव रद्द नहीं किया गया, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। स्वाभिमान संगठन न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है।
हंगामा, फिर भी नहीं माने
हैंडवॉश की खरीद पर मनपा की तरफ से करीब एक करोड़ 40 लाख रुपये खर्च होंगे। 2 साल पहले इसका खर्च 34 लाख रुपये आंका गया था। विरोधी पक्ष और सत्तासीन भाजपा-शिवसेना की नगरसेविकाएं इसी का विरोध कर रही हैं। यहां तक कि शिवसेना की नगरसेविका मिनल संखे तो बात न सुने जाने पर सदन में रो पड़ी थीं। संखे के अलावा, भाजपा नगरसेविका मृणाल पेंडसे ने भी खरीद पर सवाल उठाया है। वहीं, शिक्षा अधिकारी का कहना है कि उन्होंने प्रस्ताव की प्रति मंगाई है और आयुक्त के निर्देशानुसार उचित निर्णय लिया जाएगा।