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मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में ऑटो-रिक्शा यूनियन ने हड़ताल का फैसला वापस ले लिया है। सोमवार दोपहर परिवहन विभाग से हुई मीटिंग नाकाम रहने बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की गई थी। हालांकि, सोमवार देर शाम यूनियन लीडर शशांक राव ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान कर दिया। ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों की मांगों को लेकर मंगलवार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और परिवहन मंत्री की बैठक होनी है। आपको बता दें कि पिछले महीने 9 जून को विभिन्न यूनियनों द्वारा राज्य सरकार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का नोटिस सौंपा गया था। मुंबई के 2.12 लाख ऑटो रिक्शा चलाने वाले लगभग 4 लाख ड्राइवरों ने यूनियन के माध्यम से हड़ताल में शामिल होने की बात कही थी। मॉनसून के चलते ऑटो-रिक्शा हड़ताल से मुंबई के लोगों की परेशानी बढ़ सकती थी। 

ऑटो-रिक्शा वालों की मुख्य रूप से तीन मांगें हैं। ओला-ऊबर सर्विस पर रोक लगाना, किराए में बढ़ोतरी और अवैध ऑटो-रिक्शा वालों पर कार्रवाई। यूनियन ने स्पष्ट किया है कि ऐप बेस्ड टैक्सी वाले अगर सरकार के तय किए हुए सभी नियमों का पालन करते हैं, तभी उन्हें सर्विस देने की मान्यता देनी चाहिए। आपको बता दें कि देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में लोकल ट्रेन और बेस्ट बसों के बाद ऑटो-टैक्सी ही आवागमन का सबसे बड़ा साधन माना जाता है लेकिन पिछले कुछ समय से ऑटो-टैक्सी वालों को ओला-ऊबर जैसी कैब सर्विसेज से नुकसान हो रहा है। 


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