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मुंबई/ बेंगलुरु : कर्नाटक कांग्रेस के बागी विधायकों को मनाने पहुंचे कांग्रेस के संकटमोचक डीके शिवकुमार को मुंबई पुलिस ने पवई स्थित होटेल के बाहर से हिरासत में ले लिया है। इसी होटल में कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायक टिके हुए हैं। बागी विधायकों ने डीके शिवकुमार से अपनी जान को खतरा जताते हुए पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। तनाव को देखते हुए होटल के आसपास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई। शिवकुमार बागी विधायकों से मिले बिना वहां से जाने को तैयार नहीं थे। कांग्रेस नेता शिवकुमार करीब साढ़े छह घंटे तक होटेल के बाहर बैठे रहे। अंतत: मुंबई पुलिस ने दोपहर करीब ढाई बजे उन्‍हें हिरासत में ले लिया। उधर, कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता गुलाम नबी आजाद को भी बेंगलुरु में राजभवन के बाहर प्रदर्शन करते समय हिरासत में ले लिया गया। शिवकुमार और अन्‍य कांग्रेस नेताओं को कलिना यूनिवर्सिटी के रेस्‍ट हाउस ले जाया गया है। इससे पहले सुबह तकरीबन 8 बजे डीके शिवकुमार और जेडीएस विधायक शिवालिंगे गौड़ा होटल के पास पहुंचे। मुंबई पहुंचने पर डीके शिवकुमार ने बागी विधायकों को अपना मित्र बताया और कहा कि राजनीति में हमारा जन्‍म साथ हुआ है और हम साथ मरेंगे भी। हमारे बीच छोटी सी समस्‍या है, जिसे बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा। हम तत्‍काल तलाक नहीं ले सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि धमकी देने का सवाल नहीं है, हम एक-दूसरे से प्‍यार करते हैं और सम्‍मान करते हैं। हालांकि मुंबई पुलिस ने शिवकुमार को होटल के अंदर जाने से रोक दिया। इस दौरान जेडीएस नेता नारायण गौड़ा के समर्थकों ने गो बैक, गो बैक के नारे लगाए। 

कर्नाटक कांग्रेस के बागी विधायक रमेश जरकिहोली का कहना है, 'हमें डीके शिवकुमार से मिलने में कोई रुचि नहीं है और हमसे मिलने के लिए यहां बीजेपी से भी कोई नहीं है।' जबकि बागी कांग्रेस नेता बी बासवराज ने कहा, 'डीके शिवकुमार का अपमान करने का हमारा कोई इरादा नहीं है। हमें उन पर विश्वास है लेकिन किसी खास वजह से हमने यह कदम उठाया है। दोस्ती, प्यार और स्नेह एक तरफ हैं, हम सम्मान के साथ उनसे अनुरोध करते हैं कि वह इस बात को समझें कि आज हम उनसे क्यों नहीं मिल सकते हैं।' विधायकों की दलील के उलट शिवकुमार मिलने को अड़े हुए थे। उन्होंने कहा, 'मैं अपने दोस्तों से मुलाकात किए बिना नहीं जाऊंगा। मैं आपके द्वारा यह कहने पर नहीं जा सकता कि बागी विधायक मिलने के लिए तैयार नहीं हैं, वे मुझे फोन करेंगे। उनका दिल पिघलेगा। मैं पहले से ही उनके संपर्क में हूं, हम दोनों का दिल धड़क रहा है।' उधर, बागी विधायकों ने अपनी जान को खतरा जताते हुए पुलिस से सुरक्षा मांग ली। विधायकों की लुकाछिपी के बीच होटल के आसपास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई। करीब साढ़े छह घंटे के सियासी ड्रामे के बाद मुंबई पुलिस ने डीके शिवकुमार को हिरासत में ले लिया। 

बता दें कि कर्नाटक में चल रही सियासी उठापटक के बीच सीएम एचडी कुमारस्वामी के लिए मंगलवार का दिन थोड़ी राहत लेकर आया था। विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने फैसला किया है कि वह 13 विधायकों के इस्तीफे के मामले को देखने के लिए कम से कम छह दिन का वक्त लेंगे। इस्तीफा देने वाले विधायकों में 10 कांग्रेस और 3 जेडीएस के हैं। स्पीकर का कहना है कि उन्हें सिर्फ पांच विधायकों के इस्तीफे ही सही फॉर्मेट में मिले हैं। स्पीकर रमेश कुमार का कहना है, 'मैं जो भी कदम उठाऊंगा वह इतिहास बन जाएगा, इसलिए मैं कोई गलती नहीं कर सकता। मुझे यह पक्का करने की जरूरत है कि विधायकों के इस्तीफे स्वैच्छिक और असली हैं।' स्पीकर का यह कदम ऐसे वक्त में आया है जब निलंबित चल रहे कांग्रेस विधायक रोशन बेग ने इस्तीफा देते हुए कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को एक और झटका दिया। 


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