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नवी मुंबई : नवी मुंबई मनपा परिवहन (एनएमएमटी) के बेड़े में पहली इलेक्ट्रिक बस शामिल हो गई है। एनएमएमटी के बेड़े में इस तरह की 30 बसें शामिल होंगी। शेष 29 बसें भी अगले कुछ दिनों में नवी मुंबई आ जाएंगी। ये बसें इको फ्रेंडली तो हैं ही, संचालन की लागत भी लगभग आधी है। इससे एनएमएमटी का बढ़ रहा घाटा कम होगा। इलेक्ट्रिक बसें एनएमएमटी को केंद्र की 'फेम-1' योजना के तहत 60 फीसद अनुदान पर मिल रही हैं। चार्जिंग वाली एक बस की कीमत करीब 2.50 करोड़ रुपये है। एनएमएमटी को उम्मीद है कि उनकी वातानुकूलित बसों की ही तरह ये बसें भी यात्रियों के बीच लोकप्रिय होंगी। केंद्रीय भारी उद्योग व परिवहन मंत्रालय की तरफ से फेम-1 योजना के तहत देश के 64 शहरों को इलेक्ट्रिक बसें दी जा रही हैं, जिनमें दिल्ली और हरियाणा के शहर शामिल हैं। 

विद्युत बसों को चार्ज करने के लिए तुर्भे में दो चार्जिंग स्टेशन तैयार किए गए हैं। आने वाले समय में सीबीडी, ऐरोली, कोपरखैरणे व वाशी में भी ऐसे चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। एक बस को चार्ज करने के लिए 2 से 3 घंटे लगते हैं। इन बसों को खरीदने व चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए मनपा करीब 43 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। एनएमएमटी के व्यवस्थापक शिरीष आरदवाड का कहना है कि आरटीओ कार्यालय की औपचारिकताओं को पूरा करने और मनपा आयुक्त के आदेश के बाद बसें सड़कों पर उतार दी जाएंगी। 

मौजूदा स्थिति में बसों के प्रति किलोमीटर संचालन में एनएमएमटी को करीब 30 रुपये की लागत आ रही है। इसकी तुलना में विद्युत बसों के संचालन में प्रति किलोमीटर करीब 16 रुपये की लागत आएगी। इन बसों से वायु प्रदूषण नहीं होता है। एक बार चार्ज करने के बाद ये बसें 200 से 250 किलोमीटर तक चलती हैं। इन विद्युत बसों से ध्वनि प्रदूषण व कंपन भी नहीं होता है। 

प्राथमिक योजना के अनुसार, नवी मुंबई मनपा परिवहन विद्युत 30 बसों को घाटा देने वाले मार्गों पर चलाने का विचार कर रहा है। इसके अलावा, एनएमएमटी के अत्यधिक यात्री संख्या वाले व्यस्ततम मार्गों पर भी कुछ बसों को चलाया जा सकता है। 


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