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मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने अपने ऊपर लगे सहकारी बैंक घोटाले के आरोपों पर अब मराठा कार्ड खेला है। शरद पवार ने कहा कि हम शिवाजी के अनुयायी हैं और दिल्ली के तख्त के आगे नहीं झुकेंगे। यही नहीं, शरद पवार ने जांच से बचने के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि वह खुद प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर जाएंगे। उन्होंने कहा  कि वह 27 सितंबर को खुद ईडी के दफ्तर में जाएंगे और जांच के लिए उपस्थित रहेंगे। ईडी ने शरद पवार सहित 70 अन्य लोगों के खिलाफ मनी लांड्रिंग सहित अन्य मामलों में   केस दर्ज किया है। करीब 25 हजार करोड़ के इस घोटाले में पहले मुंबई पुलिस की ओर से भी एक एफआईआर दर्ज की गई थी।

पवार ने कहा कि उन्हें मीडिया के जरिए यह पता चला है कि केंद्र सरकार की ईडी ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा, मुझे यह कहने में कोई चिंता नहीं है कि  आज तक मैं किसी कोऑपरेटिव या बैंक का संस्थागत सदस्य नहीं रहा हूं। यह जो बैंक के बारे में जांच शुरू हुई है, वह जांच करने वाली एजेंसी का अधिकार है। उन्हें जो सबूत देने  की आवश्यकता है, उसमें जांच करने वाली एजेंसी को मैं पूरी तरह से सहयोग दूंगा।

पवार ने यह भी कहा कि अगले महीने चुनाव है। ऐसे में वह ज्यादातर समय जिले में रहेंगे, लेकिन जांच के लिए उपस्थित रहेंगे। पवार ने कहा, 'ऐसी स्थिति में जांच करने वाली  एजेंसी को मेरी उपस्थिति चाहिए हो तो उन्हें यह गलतफहमी न रहे कि मैं उपलब्ध नहीं हूं। मैं 27 सितंबर को दोपहर 2 बजे ईडी के दफ्तर में जाने वाला हूं। जो जांच करनी है   उसके लिए उपस्थित रहने वाला हूं।' पवार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो दिल्ली की हुकूमत है, उसके अधिकार का इस्तेमाल करने की बात किसी के मन में हो  तो उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, इनका सामना खुले दिल से करूंगा'।

बांबे हाइकोर्ट ने महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक घोटाला मामले में कोर्ट में पेश किए गए तथ्यों के आधार पर शरद पवार और अन्य आरोपियों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश  दिया था। करीब 25 हजार करोड़ के इस मामले में मुंबई पुलिस ने पिछले महीने ही एक एफआईआर दर्ज की थी। साल 2007 से 2011 के बीच हुए इस घोटाले में महाराष्ट्र के  विभिन्न जिलों के बैंक अधिकारियों को भी आरोपी बनाया गया है।

राकांपा की यूथ विंग ने ईडी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि पार्टी के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। राकांपा की यूथ विंग के प्रांतीय प्रमुख  मेहबूब शेख की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने ईडी के दफ्तर के बाहर सत्ताधारी दल भाजपा और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। शेख ने दावा किया कि प्रदर्शन कर रहे पार्टी के  सदस्यों पर पुलिस ने लाठी चलाई और बाद में उन्हें हिरासत में लिया। पवार पर कार्रवाई के खिलाफ बारामती में बंद जैसा माहौल रहा, जबकि आज कर्जत बंद का आवाहन किया गया है।


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