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मुंबई : केईएम अस्पताल में प्रशासन द्वारा बरती जा रही लापरवाहियों का एक और उदाहरण सामने आया है। मंगलवार रात ८ बजे परेल के भोईवाड़ा स्थित केईएम अस्पताल में भ्रूण से अपनी भूख मिटाते हुए एक बिल्ली को पाया गया। एक शिशु के भ्रूण को अस्पताल के बायो मेडिकल वेस्ट रूम में रखा गया था, जहां से बिल्ली ने भ्रूण को उठाया और उसे पास ही के क्वाटर्स में एक आलमारी के नीचे ले जाकर बिल्ली ने खाना शुरू कर दिया। जब अस्पताल के कर्मचारियों ने बिल्ली को भ्रूण खाते हुए देखा तो तुरंत इसकी सूचना डॉक्टर्स को दी, जिसके बाद चारों तरफ हल्ला मच गया। डॉक्टर्स ने तुरंत पुलिस को बुलाकर इस मामले की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस द्वारा मामले का एडीआर दर्ज कर लिया गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि यह प्रशासन की बहुत ही बड़ी लापरवाही है। यदि उस कमरे तक एक बेजुबान जानवर पहुंच सकता है तो वहां कोई भी व्यक्ति आसानी से पहुंच सकता है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यह एक गंभीर विषय है।

बता दें कि केईएम अस्पताल में गेट नं. ७ के पास एक बायो मेडिकल वेस्ट रूम है। जहां पर लोगों के शरीर के कटे हुए हिस्सों को पैक करके रखा जाता है। इसी कमरे में २-३ माह के एक भ्रूण को रखा गया था, जिसे मंगलवार रात ८ बजे बिल्ली ने उठाया और पास ही के क्वाटर्स में आलमारी के नीचे ले जाकर उसकी पैकिंग को फाड़ा और खाना शुरू कर दिया। बिल्ली ने भ्रूण के सिर के हिस्से को चबा डाला तभी कुछ कर्मचारियों की नजर उस पर पड़ी और उन्होंने डॉक्टर्स को इसकी सूचना दी। इस मामले में केईएम अस्पताल के डीन डॉक्टर हेमंत देशमुख ने बताया कि फॉरेंसिक लैब में जांच शुरू कर दी गई है। भ्रूण को बिल्ली ही बाहर लेकर आई, ऐसा कहा नहीं जा सकता जबकि भोईवाड़ा पुलिस द्वारा यह बात स्वीकारी गई है कि बिल्ली को भ्रूण खाते हुए पाया गया। पुलिस उपायुक्त सौरभ त्रिपाठी के अनुसार मामले का एडीआर दर्ज कर लिया गया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि मनपा स्वास्थ्य उपायुक्त अश्विनी जोशी ने इस मामले में अपना बयान देने से मना कर दिया।


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