मुंबई : केईएम अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में कार्यरत एक निवासी डॉक्टर में कोरोना की पुष्टि होने के बाद डॉक्टरों के हास्टल को ही सील कर दिया गया है. हास्टल सील करने के कारण उसमें रह रहे अनेक डॉक्टर ड्यूटी जॉइन नहीं कर पाएंगे. मार्ड को अब यह चिंता सता रही है कि इस विकट परिस्थिति में यदि डॉक्टर काम नहीं कर पाएंगे तो मरीजों के इलाज में काफी दिक्कत होगी. कोरोना वायरस आम जन के साथ-साथ उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों, नर्सेस को भी अपनी गिरफ्त में ले रहा है. केईएम में कार्यरत एक निवासी डॉक्टर पॉजिटिव मिला. यह डॉक्टर प्रभादेवी स्थित केईएम के हास्टल में रहता है. बीएमसी ने अब पूरे होस्टल को सील कर दिया है. 

महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेसिडेंट डॉक्टर्स के पदाधिकारियों ने कहा कि हास्टल में कुल 55 रेसिडेंट मेडिकल ऑफिसर्स (आरएमओ) रहते हैं. एक डॉक्टर पॉजिटिव मिलने के बाद उसे और उसके साथ रहने वाले दो डॉक्टरों को क्वारंटाइन किया गया है. इसके बावजूद बीएमसी ने पूरे होस्टल को सील कर दिया है. अब वो 55 डॉक्टर्स ड्यूटी जॉइन नहीं कर पाएंगे तो कहीं न कहीं डॉक्टरों को संख्या कम ही होगी. जब क्लोज कॉन्टैक्ट को पहले ही अलग कर दिया है तो पूरी इमारत सील करने की क्या आवश्यकता है. डॉक्टरों की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवा भी प्रभावित हो सकती है.


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