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मुंबई, पिछले एक महीने में नारकोटिक्स विभाग ने २९ नाइजीरियन मूल के नागरिकों को ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है। ये लोग बिजनेस या अन्य प्रकार के लंबे समय का वीजा लेकर हिंदुस्थान आते हैं और ड्रग्स का काला कारोबार करते हैं। यह पुलिस से बचने के लिए बल प्रयोग करने के लिए जाने जाते हैं। जब भी पुलिस इन्हें पकड़ने जाती है तो वह अपने लंबे और शक्तिशाली शरीर का फायदा उठाकर पुलिस से धक्का-मुक्की कर फरार हो जाते हैं। ऐसे में इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस नया हथकंडा अपनाती है। नारकोटिक्स विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नाइजीरियन मूल के पैडलरों को पकड़ने के लिए ‘शॉक गन’ का इस्तेमाल किया जाता है। इससे उन्हें थोड़ी देर के लिए ‘शॉक’ ट्रीटमेंट दिया जाता है ताकि वे भाग न सकें। शॉक लगने के बाद यह स्थिर हो जाते हैं और इसके बाद उन्हें दबोच लिया जाता है।
बहरहाल, मुंबई एएनसी (ऐंटी नारकोटिक्स सेल) की वर्ली शाखा ने शहर के दो जगहों पर छापेमारी कर दो ड्रग्स पैडलर को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से उच्च क्वालिटी की एमडी बरामद की गई है, जिसकी कीमत २३ लाख ५० हजार रुपए है। दोनों ड्रग्स पैडलर मालाड के रहनवाले हैं और पिछले कई महीनों से ड्रग्स का अवैध कारोबार कर रहे थे। दरअसल, एएनसी वर्ली यूनिट की एक टीम माहिम इलाके में गश्त लगा रही थी, उसी समय एक संदिग्ध व्यक्ति घूमते हुए दिखाई दिया। उसकी तलाशी लेने के बाद उसके पास से ७० ग्राम ड्रग्स बरामद हुआ, वहीं मालाड पश्चिम इलाके में १२० ग्राम एमडी के साथ दूसरा पैडलर दबोचा गया। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।



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