तीन महीने पहले किया था ट्रिपल मर्डर, जेल से दहशत
गोरखपुर, यूपी में अपराधियों द्वारा व्यापारियों व मालदार लोगों से रंगदारी वसूलना कोई नई बात नहीं है। अपराधी अपनी खौफ की कीमत रंगदारी या फिरौती के रूप में वसूल करते हैं। पैसे नहीं देनेवालों को इसकी कीमत अपनी या अपने परिजनों की जान से चुकानी पड़ती है। ज्यादातर अपराधी गिरफ्तारी के बाद जेल से वसूली का खेल खेलते हैं। कुछ इन्हीं वजहों से गोरखपुर जिला स्थित कौड़ीराम क्षेत्र के कारोबारी इन दिनों दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं।
गोरखपुर के कौड़ीराम के रहनेवाले मिठाई व्यापारी को क्षेत्र में दहशत का पर्याय बने दो भाइयों के नाम पर धमकाया जा रहा है। उनसे रंगदारी मांगी जा रही है। इससे क्षेत्र के तमाम कारोबारी सकते में हैं। व्यवसायी की गोरखपुर के कौड़ीराम चौराहे पर ही मिठाई की दुकान है। रविवार को दिन में करीब १२ बजे उनके मोबाइल पर किसी ने ८००५१४३७०८ नंबर से फोन किया। फोन करनेवाले ने अपना नाम टिक्का सिंह बताया। उसने व्यापारी से दो दिनों के अंदर २० लाख रुपया तैयार रखने को बोला। व्यापारी की ओर से मना करने पर उसने अंजाम भुगतने की धमकी भी दी। व्यापारी ने रविवार की शाम पुलिस से इसकी शिकायत की। टिक्का सिंह का नाम सामने आने पर दूसरे व्यापारी भी डर गए हैं। इस धमकी से क्षेत्र में तीन महीने पहले हुए तिहरे हत्याकांड की दहशत ताजा हो गई। उक्त तिहरे हत्याकांड को टिक्का सिंह व उसके भाई सन्नी सिंह ने अंजाम दिया था।
करीब ६ महीने पहले यूपी में जिला पंचायत चुनाव चल रहे थे। उसी दौरान १० मार्च को जिला पंचायत सदस्य के दावेदार रितेश मौर्या की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों की तलाश में पुलिस जुटी ही थी, इसी बीच ३१ मार्च को रितेश के परिचित दुकानदार शंभू मौर्या और उनके कर्मचारी संजय पांडेय की गोली मारकर बदमाशों ने हत्या कर दी। छानबीन करने पर पता चला कि गगहा, डुमरी के रहनेवाले मृगेंद्र सिंह उर्फ सन्नी सिंह व गगहा कस्बे के युवराज सिंह उर्फ राज ने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस जांच में पता चला कि सन्नी व राज दिल्ली भाग गए हैं और वे दरियापुर में बदमाश सोनू व मेरठ के सारिक चौधरी के गैंग से जुड़ गए हैं। मई महीने में सन्नी और राज कोरोना कर्फ्यू की वजह से कुशीनगर व देवरिया में रहनेवाले रिश्तेदारों के घर आ गए। भनक लगते ही पुलिस ने गगहा के स्कूल के पास से उन्हें दबोच लिया।