मुंबई पुलिस के डिप्टी कमीश्नर और दो अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ अवैध वसूली का केस हुआ दर्ज
मुंबई, पुलिस उपायुक्त अकबर पठान और दो अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ अवैध वसूली का मामला दर्ज किया गया है एक पुलिसकर्मी को कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. धोखाधड़ी के आरोपी व्यक्ति की शिकायत के आधार पर पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. शिकायतकर्ता गुरुशरण सिंह चव्हाण पर पिछले साल उपनगरीय मुंबई के अंधेरी एमआईडीसी पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था.
गुरुशरण ‘धान से चावल निकालने वाला ‘ धातु उपकरण बेचने के बहाने लोगों के साथ धोखाधड़ी करने से संबंधित एक आपराधिक मामले के आरोपियों में से एक है. उपकरण को लेकर दावा किया गया था कि इसमें चावल को धान से बाहर निकालने के लिए जादुई गुण थे.
सुनील माने को मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है
अधिकारी ने बताया कि अंधेरी में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत के आदेश पर बुधवार को अंबोली पुलिस ने पठान और दो अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ अवैध वसूली को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्राथमिकी में पुलिस निरीक्षक चीमाजी आधव का नाम है, जो पहले मुंबई पुलिस की अपराध शाखा में तैनात थे. इसके अलावा सहायक पुलिस निरीक्षक सुनील माने के खिलाफ भी अवैध वसूली का मामला दर्ज किया गया है.
फंसाने के लिए गए 17 लाख रुपय
सुनील माने को कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया था. यह मामला उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखे जाने से जुड़ा हुआ था. चव्हाण ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि तीनों ने धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में उसे नहीं फंसाने के ऐवज में पुलिस मुखबिर के जरिए उससे 17 लाख रुपये लिए हैं.