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मुंबई, राज्य में हमने कल से मंदिर खोल दिए हैं, लेकिन टाटा मेमोरियल सेंटर के परिसर की ‘आशा’ धर्मशाला के खुलने से आम गरीब मरीजों और उनके रिश्तेदारों के लिए भी आरोग्य मंदिर के दरवाजे खुल गए हैं। इन शब्दों में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी भावना व्यक्त की। वे कल नई मुंबई के खारघर स्थित इन्फोसिस फाऊंडेशन द्वारा बनाए गए ‘आशा’ निवास धर्मशाला उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।
इस अवसर पर रोगियों के जीवित रहने की आशा देनेवाली ईश्वरतुल्य सुधा मूर्ति आपके साथ हैं, यह निश्चित ही अपना अहोभाग्य है। ऐसा गौरवान्वित उद्गार मुख्यमंत्री ने किया। वीडियो कॉन्प्रâेंसिंग द्वारा हुए इस कार्यक्रम में इन्फोसिस फाऊंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति, नंदन नीलकेणी, अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, प्रधान सचिव विकास खारगे, परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव के.एन. व्यास, सह सचिव संजय कुमार, टाटा मेमोरियल सेंटर संचालक डॉ. आर.ए. बडवे सहित इन्फोसिस व टाटा मेमोरियल सेंटर के अन्य मान्यवर उपस्थित थे। खारघर में बनाए गए इस १३ मंजिली इमारत में कुल २६० रूम हैं। नवरात्रि के पहले दिन आरोग्य मंदिर का उद्घाटन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, यह कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमती सुधा मूर्ति महाराष्ट्र की बेटी हैं, लेकिन आज हमें उनमें आई ‘मां’ का रूप देखने को मिला। श्रीमती मूर्ति की जैसी दान वृत्ति बिरले में होती है, ऐसा भी मुख्यमंत्री ने कहा।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम हो रहा है। यह बात सुधा मूर्ति ने कही। उन्होंने टाटा मेमोरियल सेंटर द्वारा प्रदान की जानेवाली रोगियों की देखभाल की सराहना की और कहा कि नई मुंबई-खारघर में टाटा मेमोरियल सेंटर में स्थापित आशा निवास धर्मशाला शहर में इलाज के लिए आनेवाले गरीब लोगों के लिए मददगार साबित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इन्फोसिस फाऊंडेशन और कंपनी आम जनता की मदद के लिए आगे क्या कर सकती है, इस पर वे विचार कर रही हैं।


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