मुंबई, कोरोना संक्रमण मुंबई में धीरे-धीरे पूरी तरह कंट्रोल में आ चुका है। नए केसेस एक सीमित दायरे में घट-बढ़ रहे हैं, तो ठीक होनेवाले मरीजों की संख्या भी नए मरीजों से अधिक हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या मात्र ५ हजार तक हो गई है। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना भी कम हो गई है लेकिन खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। ऐसे में कोरोना मरीजों के लिए मुंबई में जगह-जगह बने जंबो कोविड केयर सेंटर लगभग रिक्त होने के बावजूद मनपा खत्म नहीं करेगी। इन जंबो कोरोना सेंटर्स को मनपा संभालकर रखेगी।
मनपा अधिकारियों के अनुसार जंबो कोरोना सेंटर्स में फिलहाल ८५ प्रतिशत बेड्स रिक्त हैं। चूंकि कोरोना के मरीज कम हैं और अधिक बेडों की आवश्यकता नहीं है। लेकिन भविष्य में यदि किसी प्रकार से कोरोना की पुनरावृत्ति हुई तो हमें परेशानी न हो, इसके लिए हमने विकल्प तैयार रखा है। हमने जंबो कोरोना सेंटर्स को नष्ट करने की बजाय उसे खतरा पूरी तरह से टलने तक सुरक्षित सहेजकर रखने का पैâसला किया।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मुंबई में जंबो कोरोना सेंटर्स को संभालने के लिए मनपा कुछ संस्थानों को नियुक्त कर रही है। सामाजिक दायित्व के आधार पर कुछ संस्थाओं को मौका दिया जा रहा है। इसके लिए उन्हें मामूली भुगतान भी किया जाएगा। अभी तक इसके लिए किसी भी प्रकार से फंड का उपयोग नहीं किया गया है।
कांजुरमार्ग, मालाड, सायन, दहिसर आदि जंबो कोरोना सेंटर्स पर धीरे-धीरे सामाजिक संस्थानों को नियुक्त किया जाएगा। कुछ जगहों पर किया भी गया है। इस पर अतिरिक्त मनपा आयुक्त सुरेश काकाणी ने कहा कि इन केंद्रों के लिए संस्थानों को आंशिक संचालन के लिए नियुक्त किया जा रहा है। ये लोग रखरखाव (मेंटेनेंस) देखेंगे। यदि भविष्य में कोरोना के मामले बढ़े तो सेंटर्स को मनपा अपने हाथ में लेकर काम करेगी।


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