मीरा-भायंदर भाजपा में गुटबाजी चरम पर
भायंदर, भाजपा में गड़बड़झाला चल रहा है। मीरा-भायंदर में पार्टी में जारी गुटबाजी व फूट चरम पर पहुंच गई है। गुरुवार को भायंदर के माहेश्वरी भवन में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में उपस्थित भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटील के समक्ष जिलाध्यक्ष एड. रवि व्यास ने अपना शक्ति प्रदर्शन तो किया, लेकिन दूसरी तरफ पूर्व भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता गुट की महापौर ज्योत्स्ना हसनाले, उपमहापौर हसमुख गहलोत सहित करीब ३ दर्जन से अधिक भाजपा के नगरसेवकों ने नदारद रहकर अपनी भी ताकत दिखाई।
जिलाध्यक्ष रवि व्यास द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में चंद्रकांत पाटील ने रवि व्यास को जिलाध्यक्ष चुने जाने की सार्वजनिक घोषणा की। हालांकि रवि व्यास की नियुक्ति का पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता और उनके समर्थकों ने कड़ा विरोध दर्शाया था। इसलिए मेहता समेत उनके तमाम समर्थकों ने सम्मेलन से मुंह मोड़ लिया। इतना ही नहीं, भाजपा के प्रभारी रवींद्र चव्हाण ने भी इस सम्मेलन का समर्थन नही किया। आगामी मनपा चुनाव में केवल सक्षम उम्मीदवारों को ही पार्टी की आधिकारिक उम्मीदवारी दी जाएगी। इसी तरह, पार्टी के भीतर के विवादों को करुणा और प्रेम के माध्यम से हल किया जाएगा, यह दावा चंद्रकांत पाटील ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा। सियासी गलियारों में कहा जा रहा है कि मेहता को छोड़कर भाजपा के लिए मनपा चुनाव लड़ना आसान नहीं होगा। जबकि चंद्रकांत पाटील ने दावा किया कि रवि व्यास को भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी का समर्थन प्राप्त है, जबकि नरेंद्र मेहता को पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का समर्थन मिल रहा है। इससे यह चर्चा का विषय है कि आगामी मनपा चुनाव में मेहता समर्थकों के टिकट कटने पर पार्टी में भारी फूट और बगावत हो सकती है।