मुंबई के गोरेगांव इलाके में एक एटीएम के अंदर हुई लाखों की लूट  और फिर सबूत मिटाने के लिए एटीएम में लगाई गई आग की गुत्थी को मुंबई पुलिस ने सुलझा लिया है.इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी कोई और नहीं, बल्कि एटीएम में कैश लोड करने वाले कैश लोडर ही निकले. उन्‍होंने ही एटीएम लूटा था.

दरअसल 10 फरवरी की सुबह 10 बजे एसबीआई के एटीएम में अचानक आग लग गई थी. जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थ. मशक्‍कत के बाद आग को बुझाया गया था और जांच के दौरान पुलिस को इस बात के सुराग मिले थे कि आग एक साजिश के तहत लगाई गई है. जानकारी मिली थी कि आग लगने से पहले एटीएम में 77 लाख रुपए लोड किए गए थे. एटीएम मशीन एक्सपर्ट की मदद से जब एटीएम मशीन के अंदर लगे कैश बॉक्स खोले गए तो हैरान करने वाली जानकारी मिली थी.

जब मशीन खोली गई, तो कैश बॉक्स में कैश नहीं थ. खाली बॉक्स में न तो जले नोट के टुकड़े मिले और न राख मिली. एटीएम सेंटर का डीवीआर जलने से कोई फुटेज भी उपलब्ध नहीं था लेकिन मशीन में लगे कैसेट अग्निरोधक थे जिससे यह खुलासा हो गया कि कैश लोडर ने एटीएम से लूट की वारदात को अंजाम दिया है.

जांच में पता चला कि एटीएम कैश लोडर रितिक यादव और प्रवीण पेंकलकर हैं. दोनों ने 10 दिन पहले से ही एटीएम बंद होने और एटीएम से पैसे नहीं निकलने की शिकायत की थी जिसके बाद दोनों ने कंपनी के मुख्य कार्यालय से एटीएम का पासवर्ड लेकर एक हफ्ते पहले ही कंपनी से विश्वासघात करके एटीएम से 77 लाख रुपये निकाल लिए थे.पुलिस की गिरफ्तारी से बचने और वारदात को छुपाने के लिए इन दोनों ने योजना बनाई और एटीएम में आग लगा दी. फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं और पुलिस लूटे गए कैश को रिकवर करने में जुटी हुई है.

Weather Forecast

Advertisement

Live Cricket Score

Stock Market | Sensex

Advertisement