बांद्रा पूर्व के रहिवासी दो सप्ताह से दूषित पानी पीने को मजबूर...
मुंबई : बांद्रा पूर्व कलानगर इलाके में साहित्य सहवास और पत्रकार कॉलोनी में रहने वाले नागरिक पिछले दो सप्ताह से दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। दूषित पानी के साथ-साथ इस परिसर में पानी की भी बड़े पैमाने पर समस्या हैं। मनपा एच पूर्व वार्ड में दूषित पानी को लेकर शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। दूषित पानी की सप्लाई से नागरिकों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। मजबूरी में लोग पानी को फिल्टर कर या बोतलबंद पानी खरीदकर पी रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने मनपा के कार्यप्रणाली के खिलाफ तीव्र नाराजगी जताई है और आंदोलन की तैयारी दिखाई है। कलानगर क्षेत्र में पहले चार से पांच मंजिला इमारतें थीं, लेकिन अब वहां ऊंची-ऊंची इमारतें खड़ी हो गई हैं।
इस इलाके में अभी भी कुछ पुरानी सोसायटियां मौजूद है जहां लेखक, पत्रकार, आर्किटेक्ट जैसे लोग रहते हैं। मातोश्री बंगला भी इसी क्षेत्र में स्थित है और आस-पास गांधीनगर व सरकारी सोसायटी भी हैं। इस इलाके में वर्षों से दिन में दो बार पानी की आपूर्ति होती है। पिछले दो सप्ताह से साहित्य सहवास और पत्रकार सोसायटी में दूषित पानी आ रहा है। इस संबंध में नागरिकों ने मनपा एच पूर्व वार्ड को पत्र भेजे हैं और शिवसेना (उबाठा) के विधायक वरुण सरदेसाई को भी शिकायत दी गई हैं। जिसके बाद मनपा के जल अभियंता विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया, लेकिन समस्या अब तक सुलझ नहीं पाई है। साहित्य सहवास में सात से आठ इमारतें है, और पत्रकार सोसायटी भी एक बड़ा परिसर है जिसमें रहने वाले अधिकांश लोग प्रभावित हैं। पत्रकार सोसायटी की निवासी शेफाली साधू ने कहा कि मनपा की कार्यशैली बेहद निराशाजनक है। उन्होंने बताया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद मनपा ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पानी हमारा मौलिक अधिकार है, फिर भी हमें वह नहीं मिल रहा है। साहित्य सहवास हाउसिंग सोसायटी के सचिव दत्तात्रेय मजुमदार ने बताया कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास कार्य और एक हॉस्टल का निर्माण कार्य जारी है।