रॉन्ग नंबर से हुई दोस्ती : विवाहिता बनी गैंगरेप का शिकार
मुंबई : रॉन्ग नंबर से आई एक कॉल के कारण एक विवाहिता की जिंदगी तबाह हो गई। महिला, पति से मनमुटाव के कारण निराश थी। रॉन्ग नंबर से कॉल करनेवाले शख्स ने बातों-बातों में महिला के दर्द को पहचान लिया और अपनी लच्छेदार बातों से सहानुभूति जता कर दोस्त बन गया। धीरे-धीरे दोस्ती, प्यार में तब्दील हो गई और फिर वह प्रेमी से मिलने चालीसगांव पहुंच गई। वहां उक्त प्रेमी ने अपने दोस्त के साथ उसे हवस का शिकार बना डाला।
बता दें कि २९ वर्षीय विवाहिता चेंबूर इलाके की निवासी है। पिछले दिनों उसके मोबाइल फोन पर किसी अनजान शख्स का फोन आया था। फोन करनेवाले आकाश प्रह्लाद रोकडे ने मुंबई में रहनेवाले अपने भाई को फोन किया था जो कि गलती से चेंबूर निवासी उक्त महिला को लग गया था। हालांकि महिला उसे जानती नहीं थी लेकिन आकाश की बातों का अंदाज उसे पसंद आ गया। बातों-बातों में महिला ने उसे पति से खराब संबंधों के कारण निराश होने का संकेत दे दिया था। इसके बाद रॉन्ग नंबर पर आकाश से बातों का सिलसिला आम हो गया। उक्त आकाश ने सहानुभूति दिखाकर दोस्ती बढ़ाई और प्रेमी बन गया। उसके प्रेम में पागल होकर महिला १९ जून को चालीस गांव भी पहुंच गई। वहां एक लॉज में आकाश ने अपने दोस्त करण राजाराम राखपसरे के साथ उसे २३ जून तक बंद रखकर हवस का शिकार बनाया। प्यार में ठगे जाने से हताश महिला को आकाश और करण फोन पर पति से भी बात नहीं करने देते थे लेकिन २३ जून को विवाहिता को पति से बात करने और लॉज से भागने का मौका मिल गया। वहां से छूट कर वह नासिक पहुंच गई। पीड़िता का पति उसे मुंबई ले आया और घटना की शिकायत चूनाभट्टी पुलिस थाने में दर्ज करा दी। बाद में चूनाभट्टी पुलिस ने मामला चालीसगांव शहर पुलिस थाने को सौंप दिया। गैंगरेप के इस मामले में पुलिस ने आकाश को धुलिया से तो वहीं करण राजाराम राखपसरे को चालीसगांव से गिरफ्तार किया है।