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मुंबई : पुणे-सोलापुर रोड पर ट्रक और कार के बीच हुई भीषण टक्कर में ९ छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में मारे गए ८ युवक बचपन से सहपाठी थे। उन्होंने कक्षा १ से दसवीं तक की पढ़ाई साथ-साथ की थी। वर्ष २०१४-१५ में यवत स्थित जनविद्या विकास मंदिर स्कूल में दसवीं कक्षा में भी वे साथ ही पढ़े थे। कल हादसे से पहल उन्होंने एक सेल्फी निकाली थी और उस सेल्फी के नीचे लिखा था, ‘रेडी टू गो।’ इसके बाद वे आगे सफर पर रवाना हुए थे लेकिन उनका यह सफर आखिरी सफर सिद्ध हुआ। अब हादसे से पहले खींची गई आखिरी सेल्फी उनके परिजनों एवं मित्रों को जिंदगी भर रुलाएगी।
बता दें कि पुणे के यवत निवासी ९ मित्र शुक्रवार की सुबह ८ बजे एर्टिगा कार से वर्षा-विहार के लिए रायगड व ताम्हाणी घाट गए थे। रात १ बजे के करीब वे पुणे (यवत) की ओर लौट रहे थे। लोणी-कारभोर के पास कार के चालक को झपकी आ गई। इससे उसका संतुलन कार से छूट गया और तेज रफ्तार कार डिवाइडर को तोड़ते हुए सड़क की दूसरी तरफ जा पहुंची। इसी दौरान कार सामने से आ रहे ट्रक की चपेट में आ गई। इस हादसे में कार में सवार विशाल सुभाष यादव, निखिल चंद्रकांत वाबले, अक्षय चंद्रकांत घिगे, दत्ता गणेश यादव, सोनू उर्फ नूर मोहम्मद दाया, परवेझ अशफाक अत्तर, अक्षय भारत वायकर, जुबेर अजित मुलानी और शुभम रामदास भिसे की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में ८ लोग यवत के जबकि शुभम कासुर्डी का निवासी था। बताया जाता है कि हादसे से पहले लोणी-कारभोर स्थित योग अस्पताल के पास ये युवक रुके थे। वहां परवेज अत्तर ने मित्रों के साथ एक सेल्फी खींची और उसे व्हॉट्सऐप पर पोस्ट करके साथ में संदेश लिखा ‘रेडी टू गो।’ यह सेल्फी इन युवकों के जीवन की आखिरी सेल्फी तथा संदेश जीवन की हकीकत बन गया। एक गांव के ९ युवकों की एक साथ हुई दर्दनाक मौत से पूरे गांव में कोहराम मच गया है। कल पूरे दिन सोशल मीडिया में इन दोस्तों के बचपन की दोस्ती आखिरी सेल्फी और मैसेज की चर्चा होती रही।



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