अनुराग कश्यप ने छोड़ा ट्विटर, ट्रोलिंग से हुए आहत या पहले से था प्लान?
फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने बीते शनिवार ये घोषणा करके सभी को चौंका दिया कि वह ट्विटर पर छोड़ रहे हैं. अनुराग ने बताया कि उनकी बेटी और उनके परिवार के लोगों को धमकियां मिल रही हैं. उन्होंने कहा, "जब मैं बिना डर के बोल नहीं सकता तो मैं बोलूंगा ही नहीं." लेकिन क्या वाकई मामला वैसा है जैसा अनुराग बता रहे हैं? या ये एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश है.
पुरानी जानकारियां और रिपोर्ट्स खंगालें तो पता चलता है कि अपने सैक्रेड गेम्स के पहले सीजन से पहले भी अनुराग इसी तरह ट्विटर से गायब हो गए थे. कुछ दिनों पहले उन्होंने अपने ही एक बयान में कहा था कि मैं आमतौर पर गायब हो जाता हूं. सैक्रेड गेम्स सीजन 1 से मिले रिएक्शन्स से मैं बच नहीं पाया. मैं आत्ममुग्ध हो गया. इस जिज्ञासा से बचने के लिए कि हमने जो बनाया है उस पर लोग कैसी प्रतिक्रिया दे रहे हैं, मैं ऐसी जगह चला जाता हूं जहां इंटरनेट उपलब्ध ही न हो.
अनुराग ने कहा, "14 अगस्त को भी मैं ऐसा ही करूंगा... बस गायब हो जाऊंगा." अब सवाल ये है कि क्या वाकई अनुराग का दिल दुखा है और वह सोशल मीडिया पर उन्हें व उनके परिवार को मिलने वाली धमकियों से परेशान हैं या फिर यह उनकी पूर्व नियोजित योजना का हिस्सा है.
हालांकि अनुराग ने ट्विटर छोड़ने से ठीक पहले जो बातें कहीं उन्हें भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. अनुराग कश्यप ने ट्वीट किया, 'जब आपके माता-पिता को फोन आने लग जाएं और आपकी बेटी को ऑनलाइन धमकियां मिलने लगे तो फिर कोई भी बात नहीं करना चाहेगा. कोई वजह या कोई भी तर्क नहीं बचेगा. दबंगों का राज होगा और दबंगई जीने का नया तरीका. सबको नया भारत मुबारक हो और आप इसमें रह सकें. आपको खुशियां और तरक्की मिले. ये मेरा आखिरी ट्वीट होगा क्योंकि मैं ट्विटर छोड़ रहा हूं.'
इस बात में इसलिए भी दम हो सकता है कि जब अनुराग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्विटर के जरिए घेरना शुरू किया था तो कुछ महीने पहले भी उन्होंने स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए इस बात का जिक्र किया था कि उनकी बेटी को रेप की धमकियां मिल रही हैं. उन्होंने इस बात की शिकायत पुलिस में भी की थी. हालांकि वक्त के साथ सब कुछ नॉर्मल हो गया था. अब देखना ये है कि क्या अनुराग वापसी करेंगे?