घर के बाहर होटल के मालिक ने जमकर मचाया उत्पात, 50 मिनट तक करता रहा गाली-गलौज व पथराव
लखनऊ : लखनऊ में विभूतिखंड के विराजखंड तीन निवासी हाईकोर्ट के अधिवक्ता रोहितास उपाध्याय के घर के बाहर सोमवार रात रणबीर होटल के मालिक शैलेंद्र सिंह ने जमकर उत्पात मचाया। दरवाजा न खोलने पर शैलेंद्र ने गाली-गलौज व पथराव किया। करीब 50 मिनट तक होटल मालिक हंगामा मचाता रहा पर पुलिस नहीं आई। बाद में अधिवक्ता ने अपने घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पुलिस को दिखाई जिसमें होटल मालिक गाली-गलौज, हंगामा व पथराव करते हुए दिख रहा है। हालांकि, पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की।
पीड़ित अधिवक्ता ने बताया कि होटल मालिक का उनके भाई आशुतोष उपाध्याय से पुराना विवाद चल रहा है। पहले दोनों एक साथ प्रॉपर्टी का कारोबार करते थे। आशुतोष उससे अलग हो गए तो शैलेंद्र बुरा मान गया। वह आशुतोष पर साथ काम करने का दबाव बना रहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इससे खुन्नस खाए होटल मालिक व उसके साथियों ने रविवार रात सहारा अस्पताल के पास से आशुतोष को जबरन कार में उठाकर ले जाने का प्रयास किया। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए तो वह भाग निकला। आशुतोष ने उसके खिलाफ विभूतिखंड थाना में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया।उधर, पुलिस से शिकायत की जानकारी से भड़का होटल मालिक सोमवार रात आशुतोष के घर पर आ गया। उसने दरवाजा खटखटाया तो पहली मंजिल की बालकनी में रोहितास निकला। उसने दरवाजा न खोलने की बात कही तो शैलेंद्र ने गाली-गलौज व पथराव शुरू कर दिया।
विरोध करने पर उसने जानमाल की धमकी दी। रोहितास के मुताबिक, होटल मालिक पुलिस से शिकायत करने की वजह से नाराज था और पूरे परिवार की गोली मारकर हत्या करने की बात कह रहा था। उसकी धमकियों से आशुतोष व रोहितास के परिवारीजन आतंकित हो गए। करीब 50 मिनट तक वह उत्पात मचाता रहा। शोरगुल से लोगों की भीड़ एकत्र होने लगी तो होटल मालिक भाग निकला। रोहितास का कहना है कि उन्होंने विभूतिखंड थाना जाकर सीसीटीवी फुटेज और तहरीर दी लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। विराजखंड अध्यासी समिति के पदाधिकारियों ने होटल मालिक शैलेंद्र सिंह पर विराजखंड तीन में कई दिन से गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। समिति के अध्यक्ष पीके सिंह ने बताया कि आशुतोष उपाध्याय और शैलेंद्र सिंह के बीच चल रहे विवाद के कारण कॉलोनी के लोग दहशत में हैं। अक्सर होटल मालिक अपने साथियों को लेकर आशुतोष के घर पर आता है और उत्पात मचाता है। उसकी गुंडागर्दी से कॉलोनी के बच्चों ने घर से निकलना बंद कर दिया है।