दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में मां-बेटे को मौत के घाट उतारने वाले कातिल आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए. इस तरह पुलिस ने 8 दिनों से उलझी इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया. कातिल कोई अनजान बदमाश नहीं बल्कि मृतका की परिचित एक महिला और उसका पति निकला. उन दोनों ने मिलकर लूट के इरादे से मां-बेटे को बेरहमी के साथ मौत की नींद सुला दिया था. घटना बीती 21 जनवरी की है. जब दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में मां-बेटे की हत्या से सनसनी फैल गई थी. तभी से नार्थ वेस्ट जिला पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही थी. शुरू में यह मामला एक पहेली की तरह नजर आ रहा था. पहले दो दिन तक पुलिस इस मर्डर मिस्ट्री मान कर चल रही थी. जिसमें ना कातिल का पता था और ना कत्ल की वजह का. लेकिन बुधवार को पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया. इस कत्ल के पीछे एक जानकार दंपति का हाथ था. आरोपी महिला ने अपने पति के साथ मिलकर 35 साल की महिला और उसके 13 साल के बेटे की धारदार हथियार से हमला कर निर्मम हत्या की थी. दोनों आरोपियों की पहचान प्रदीप उर्फ़ प्रिंस और मीनाक्षी उर्फ़ मीनू के रूप में हुई है.
21 जनवरी 2020 की शाम एक पीसीआर कॉल मिलने के बाद पुलिस टीम जहांगीरपुरी के एफ ब्लॉक पहुंची. जहां एक मकान से 35 वर्षीय पूजा और उसके 13 साल के बेटे हर्षित की खून से लथपथ लाश अलग-अलग कमरों से बरामद की गई थी. दोनों को धारदार हथियार से हमला कर मारा गया था. पुलिस को जांच में पता चला कि इस घर में दोनों मां-बेटे अकेले ही रहते थे. पुलिस ने मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे और जांच को आगे बढ़ाया. जांच टीम को पता चला कि आखिरी बार मीनू नामक एक महिला को उनके घर में देखा गया था. एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में वो महिला बहार की तरफ जाती दिखाई दे रही रही थी. जांच में महिला की पहचाना मीनू उर्फ मीनाक्षी के रूप में हुई. टेकनिकल सर्विलांस के जरिए जब मीनाक्षी की कॉल डिटेल खंगाली गई तो पुलिस को उस पर शक हो गया. शक के आधार पर पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया.

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