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मुंबई : लॉकडाउन में सामान के ट्रांसपोर्ट से जुड़ी कई तरीके की समस्याएं सामने आ रही हैं। लोग घरों में हैं, तो रोजाना के सामान की खपत भी बढ़ गई है। खास तौर से चाय की तलब और बढ़ गई, तो दूध की डिमांड भी बढ़ गई। जब सड़क ट्रांसपोर्ट बाधित है, तो ऐसे हालात में भारत को जोड़ने वाली भारतीय रेल ने माल आपूर्ति बढ़ा दी है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविंद्र भाकर के अनुसार, 'गुजरात में मिल्क प्रॉडक्शन ज्यादा होता है, इसके चलते अहमदाबाद डिविजन ने 15 मार्च से प्रत्येक रेक में 690,000 किलोग्राम दूध वाले लूज दूध की छह रेक लोड की हैं। सामान्य दिनों में इसकी मात्रा कम होती है।

इस दूध को विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए RMT (रेल मिल्क टैंक) वैगनों में लोड किया जाता है। दूध के अलावा, चार पार्सल रेक और दो पारंपरिक जंबो रेक को मिल्क पाउडर, ताजा दूध के पाउच, चीज, बटर, बिस्कुट द्वारा लोड किया गया है, जो अंतिम समय के दौरान मुंबई, कटक, गुवाहाटी, दिल्ली और झांसी क्षेत्र जैसे विभिन्न गंतव्यों के लिए भेजा गया है। लॉकडाउन के दौरान छोटे पार्सल साइज में जरूरी सामान जैसे मेडिकल सप्लाई, मेडिकल इक्विपमेंट, फूड आदि के ट्रांसपोर्टेशन के लिए रेलवे में योजना बनाई है। रेलवे चिकित्सा आपूर्ति, उपकरण और भोजन जैसी आवश्यक वस्तुओं के परिवहन हेतु पार्सल ट्रेन चलाना चाहती है। रेलवे के अनुसार, इडैंट पंजीकरण के लिए इच्छुक पार्टी पार्सल कार्यालयों और मंडलों में संपर्क कर सकते हैं। पार्सल ट्रेनों द्वारा प्वाइंट टू प्वाइंट मूवमेंट नियमों के अनुसार होगा।


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