नागपुर : शहर में लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना के मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी मुस्तैदी दिखाई जा रही है. यही कारण है कि न केवल अब कोरोना मरीजों के इलाकों में सेनिटाइज किया जा रहा है, बल्कि शहर के लगभग सभी हिस्सों में सेनिटाइजेशन करने का निर्णय लिया गया है. बताया जाता है कि मोमिनपुरा में लगातार उजागर हो रहे कोरोना के मरीजों की संख्या को देखते हुए यहां पर दूसरी बार सेनिटाइजेशन का काम किया गया. बताया जाता है कि सेनिटाइजेशन के लिए अग्निशमन विभाग के हर दिन 10 वाहनों को लगाया जा रहा है, जिसमें 1 प्रतिशत दवा मिलाकर विशेष रूप से रात के समय ही बस्तियों में जाकर सेनिटाइजेशन को अंजाम दिए जाने की जानकारी मनपा सूत्रों ने दी.

मनपा आयुक्त मुंढे के निर्देशों के अनुसार शुरू किए गए सेनिटाइजेशन के कार्य को अब तक 65 प्रतिशत अंजाम दिया गया है, जबकि बचे 35 प्रतिशत को भी शीघ्र निपटाया जाएगा. हालांकि पूरे शहर में ही दवा का छिड़काव करने का निर्णय लिया गया है, लेकिन जिन्हें खतरे के क्षेत्र घोषित कर प्रतिबंधित किया जा रहा है, वहां पर दूसरी बार भी दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. विशेष रूप से कोरोना के मद्देनजर लाकडाउन घोषित होने से दिन में भले ही बस्तियों में कुछ लोगों की आवाजाही दिखाई देती हो, लेकिन रात में सड़कें सूनी होने के कारण बड़े वाहनों को भी ले जाकर छिड़काव करना आसान हो रहा है.

उल्लेखनीय है कि सोमवार को सतरंजीपुरा जोन में कोरोना बाधित एक व्यक्ति की मृत्यु का मामला सामने आया. मृतक जिस प्रभाग से संबंधित है, वहां के पार्षद नितिन साठवने ने कहा कि जोन के सहायक आयुक्त को कई बार इससे पहले ही सेनिटाइजेशन करने की मांग की गई, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. इसके अलावा मनपा मुख्यालय में भी कई अधिकारियों से इस संदर्भ में आपत्ति जताई गई. उन्होंने कहा कि अब कोरोना से मृत्यु होने का मामला प्रभाग में उजागर होने से विशेष रूप से इस क्षेत्र में घर-घर जाकर सैम्पल लेने की आवश्यकता है, जिससे भविष्य के खतरे से निपटा जा सकेगा.


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