कल्याण : कोरोना मरीजों के उपचार के लिए लगने वाले इंजेक्शन अस्पतालों में स्थित मेडिकल स्टोर में दो गुना कीमतों में बेचे जा रहे है, फिर भी इंजेक्शन लगाने के बाद मरीज की मौत होने की घटना भी प्रकाश में आ रही है. ऐसे ही एक मामले में अस्पताल और डॉक्टरों पर लापवाही करने का आरोप मरीज के रिश्तेदारों द्वारा लगाया गया है. इस प्रकरण में मरीज के रिश्तेदार के साथ ही मनसे पदाधिकारियों ने सबंधित डॉक्टर और  मेडीकल संचालक पर अपराधिक मामला दर्ज कराने के साथ ही मनपा प्रशासन और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से शिकायत कर कठोर  कार्रवाई करने की मांग की है.

कल्याण पश्चिक  काळा तलाव परिसर में रहने वाले एक वरिष्ठ नागरिक को 21 जुलाई को कल्याण पश्चिम के शिवम अस्पताल में भर्ती किया गया था और उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी सीटी स्कैन में उनको संदेह बताते हुए शिवम हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती कर लिया और दूसरे ही दिन सुबह मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम होने की बात कह उन्हें 2 इंजेक्शन लाने को कहा और अस्पताल की इमारत में ही स्थित मेडीकल में  उपलब्ध इंजेक्शन एमआरपी कीमत से भी दो गुनी कीमत पर 1 लाख 20 हजार में खरीदने की बात मरीज के रिश्तेदार ने कही. उसके बाद और 2 इंजेक्शन लिए गए उसके बाद भी मरीज की मौत हो गई. उक्त 2 इंजेक्शन मरीज को कब दिए या नहीं दिए, इसकी भी आशंका रिश्तेदारों ने व्यक्त की है और संबंधित डॉक्टर और संचालक पर सख्त कार्रवाई की मांग मनसे के शहर अध्यक्ष विनोद केणे ने और मृतक के रिश्तेदार ने मनपा कमिश्नर विजय सूर्यवंशी के साथ ही  मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है. 

मनपा के रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ.प्रतिभा पानपाटिल ने कहा कि इस प्रकरण में शिकायत प्राप्त हुई है. आरोग्य विभाग की कमेटी द्वारा जांच शुरू है.  रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कार्रवाई की जाएगी. इस बारे में अस्पताल के डॉ. तांबोली ने कहा कि हॉस्पिटल शुरु हैं, बंद नहीं किया गया हैं. केवल हमने कोरोना अस्पताल बंद किया हैं. उपचार के लिए लगने वाली दवा इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने के कारण हमने कोरोना उपचार हमारे अस्पताल में बंद करने का फैसला किया गया है. अब तक प्रामाणिक तौर पर उपचार किया गया. अस्पताल पर लग रहे  सभी आरोप निराधार हैं.




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