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मुंबई : नवी मुंबई के खारघर इलाके में बने एक क्वारंटीन सेंटर में तलोजा जेल से लाए गए एक कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, मोहम्मद नौमान सुलेमान नाम के इस आरोपी को एक हजार करोड़ रुपये मूल्य की 191 किलोग्राम हेरोइन जब्ती मामले के मुंबई से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस उसे नवी मुंबई के तलोजा जेल में रखना चाहती थी लेकिन उससे पहले सुरक्षा के लिहाज से इसको नवी मुंबई के ही गोखले हाई स्कूल में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में 4 दिन पहले रखा गया था। जहां आरोपी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

जानकारी के मुताबिक, मुंबई की सबसे बड़ी हेरोइन जब्ती मामले का लिंक दिल्ली तक था। खारघर पुलिस ने मामले में आकस्मिक मौत की रिपोर्ट दर्ज की है और कहा कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। उन्होंने कहा कि एक अन्य आरोपी ने भी गोलियों खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन वह बच गया। पुलिस ने हालांकि उसकी पहचान जाहिर करने से इनकार कर दिया।

पुलिस के मुताबिक तीन आरोपियों- मोहम्मद नौमान सुलेमान, सुरेश भाटिया और एके निगम को मुंबई लाया गया और उन्हें पनवेल कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया। हालांकि, राज्य के Covid-19 नियमों के अनुसार, उन्हें गोखले हाई स्कूल में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। राजस्व खुफिया निदेशालय के अनुसार, तीनों दिल्ली की एक कंपनी के सहयोगी थे जिसने कथित तौर पर अफगानिस्तान से 191 किलोग्राम हेरोइन की खेप को आयात किया था।

पुलिस उपनिरीक्षक नीलेश जगताप ने बताया कि 43 वर्षीय सुलेमान 19 अगस्त की रात लगभग 11.30 बजे वॉशरूम गया था। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया तो गार्ड ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने दरवाजा खोला और सुलेमान को एक तौलिया से फांसी पर लटका पाया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम कारण का पता लगाने के लिए कैदियों के बयान दर्ज करेंगे।




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