ठाणे : लॉकडाउन के दौरान कोरोना काल में खूब हुआ इंपोर्टेड वाहनों का पंजीकरण
ठाणे : लॉकडाउन के दौरान लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हुई है। उद्योग-धंधों पर इसका असर पड़ा है। इसके बावजूद ठाणेकर एक से बढ़कर एक आलीशान एवं महंगे वाहन खरीद रहे हैं। पिछले तीन महीनों में ठाणे आरटीओ कार्यालय में कई इंपोर्टेड वाहनों का पंजीकरण किया गया है, जिसमें रोल्स रायस, लैंड रोवर, मर्क, बीएमडब्ल्यू जैसी कारों तथा महंगी मोटरसाइकिलों का समावेश है। पिछले ८ महीनों से लोग कोरोना महामारी के साये में जी रहे हैं। लॉकडाउन में छूट मिली है। सामान्य जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है। वहीं नए वाहनों की खरीद में ठाणेकरों का सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है। मर्सिडीज, ऑडी, फेरारी, पोर्च, बीएमडब्ल्यू, रेंज रोवर, घोस्ट, रोल्स रॉयस जैसी महंगी एवं आलीशान कारों को खरीदने का सपना हर कोई देख सकता है, पर ठाणे में आलीशान गाड़ियां खरीदनेवालों की संख्या कम नहीं है। कोरोना काल के दौरान रोल्स रॉयस कारों का पंजीकरण किया गया था और आरटीओ को २० लाख रुपया वाहन कर के रूप में मिला था। लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद वाहन खरीदने के लिए ठाणेकर निकल पड़े हैं। आलीशान एवं इम्पोर्टेड कारों को खरीदने के साथ महंगी बाइक खरीदने में भी ठाणेकर पीछे नहीं हैं। एक ग्राहक ने बीएमडब्ल्यू कंपनी की करीब २० लाख रुपए मूल्य की बाइक खरीद ली है। इसके अलावा कावासाकी सहित अन्य कंपनियों की ७ से ९ लाख मूल्य की ४ बाइक का पंजीकरण किया गया है। देश या विदेश में निर्मित सभी तरह के वाहनों का पंजीकरण आरटीओ कार्यालय में किया जाता है। लॉकडाउन से लेकर अब तक देशी तथा विदेशी कुल २७ वाहनों का पंजीकरण किया गया है। वाहन कर के रूप में आरटीओ को १ करोड़ ७० लाख रुपया मिला है। यह जानकरी ठाणे उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी जयंत पाटील ने दी है।