मुंबई : मुंबई में देवनार के साथ ही हाजी अली में भी कचरे से बिजली बनाई जाएगी। बीएमसी ने हाजी अली के पास कचरा प्रॉसेस सेंटर तैयार करने की योजना बनाई है। यहां से हर साल 1.82 लाख यूनिट बिजली उत्पादन की योजना है। यहां प्रतिदिन 2 मीट्रिक टन कचरे का प्रोसेस किया जा सकेगा। इससे बीएमसी के कचरा ढोने के खर्च में कमी आएगी। मेयर किशोरी पेडणेकर, बीएमसी कमिश्नर आई.एस. चहल और अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने दिवाली से पहले हाजी अली में उस स्थान का दौरा किया, जहां पॉवर प्रोजेक्ट बनाने की योजना है। 

देवनार डंपिंग ग्राउंड में 600 मीट्रिक टन कचरे का प्रोसेस करके बिजली उत्पादन की योजना को मंजूरी मिली है। उसी तरह का प्रॉजेक्ट हाजी अली के पास भी तैयार किया जाएगा। यहां 1,400 वर्ग मीटर भूखंड पर यह कचरा प्रोसेस सेंटर बनेगा। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि मार्च 2021 से यह प्रोसेस सेंटर शुरू करने की योजना है।

बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया, ‘अभी मुंबई में सिर्फ देवनार और कांजुरमार्ग में कचरे को अलग-अलग करने की व्यवस्था है। पूरी मुंबई से कचरा इकट्ठा कर उसे कांजुरमार्ग और देवनार ले जाने में काफी खर्च आता है। इसीलिए भविष्य में तलोजा में भी कचरा प्रोसेस सेंटर बनाने की योजना है। इन सभी पहलुओं पर ध्यान देते हुए बीएमसी ने अभी से विभाग स्तर पर कचरे की प्रोसेसिंग को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है। 


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