मुंबई : एक बहन अपने भाई के हत्यारे से बदला लेने की आग में जल रही थी। उसने हत्यारे की उसी तारीख को हत्या करने की ठानी, जिस तारीख को उसके भाई की हत्या हुई थी। उसने हनी ट्रैप के माध्यम से हत्यारे को अपने प्यार के जाल में फांसा और दिल्ली से मुंबई बुलाने में कामयाब रही। साथियों के साथ मिलकर एंबुलेंस से उसका अपहरण भी कर लिया परंतु उसकी हत्या करने से पहले ही आरे पुलिस के हत्थे चढ़ गई।
खबर के अनुसार गत ९ जून की रात को मालवणी में रिक्शा पार्किंग को लेकर एमएम कंपनी और साजिद ३१३ ग्रुप के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें एमएम कंपनी से जुड़े मोहम्मद सादिक उर्फ नवाब राशिद अंसारी उर्फ मेंटल (२०) ने साजिद ३१३ ग्रुप के अल्ताफ शेख (२४) की हत्या कर दी थी और फरार हो गया था।
अल्ताफ की बहन यास्मीन शेख (२३) को पता चला कि मेंटल दिल्ली में छुपा बैठा है। वह हर हाल में मेंटल की हत्या कर अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहती थी। अपनी योजना में मालवणी में रहनेवाले अपने भाई के दोस्त मोहम्मद फारूख शेख (२०), ओवेश नबीउल्लाह शेख (१८), मोहम्मद दानिश सैयद (२०) के अलावा कंदिवली (पश्चिम) के गणेश नगर के निहाल जाकिर खान (३२) और सत्यम कुमार पांडेय (२२) को शामिल किया। इसके बाद यास्मीन फर्जी इंस्टाग्राम एकाउंट बनाकर मेंटल को फॉलो करने लगी। वहां उससे प्यार भरी बातें करने लगी। जब उसे विश्वास हो गया कि मेंटल उसके प्यार के जाल में पूरी तरह फंस गया है, तब वो उसे मिलने के लिए मुंबई बुलाने लगी। मेंटल १० दिन पहले ही मुंबई आ गया था। भाई की हत्या ९ जून को हुई थी इसलिए यास्मीन ने ९ जनवरी को उसे आरे मिल्क कॉलोनी के छोटा कश्मीर गार्डन के पास मिलने के लिए बुलाया।
 मेंटल शाम को ४.३० बजे के करीब वहां पहुंचा। तभी वहां एंबुलेंस एमएच ०४ एच ४६८ से पांच लोग आए और उन्होंने मेंटल का अपहरण कर लिया। घटनास्थल पर खड़े एक आदमी को कुछ गड़बड़ लगा तो उसने १०० नंबर पर फोन कर पुलिस को सूचना दे दी। जानकारी मिलते ही जोन-१२ के डीसीपी डॉ. डी.एस. स्वामी ने पूरे क्षेत्र के पुलिस थानों को नाकाबंदी लगाने का आदेश दिया। इस बीच आरे पुलिस को मेंटल के किडनैप की घटना का वीडियो मिल गया। उसके आधार पर मालवणी पुलिस से पता चला कि उसमें शामिल महिला का नाम यास्मीन है और साथ ही उसका मोबाइल नंबर भी आरे पुलिस को दे दिया। उस मोबाइल नंबर के जरिए आरे पुलिस लोकेशन ट्रेस कर एंबुलेंस का पीछा कर रही थी।
 दहिसर चेक नाके पर पकड़े जाने के बाद आरोपियों ने आरे पुलिस को बताया कि मेंटल का अपहरण कर वे लोग कांदिवली (पश्चिम), एस.वी. रोड के शताब्दी हॉस्पिटल के पास पहुंचे तभी तेल खत्म हो गया। वहां से इनोवा कार द्वारा मेंटल को वे सभी नायगांव ले जा रहे थे। वहां के जंगल में यास्मीन अपने भाई के दोस्तों के साथ मिलकर मेंटल की हत्या कर अपने भाई के खून का बदला लेना चाहती थी। अपहरण और हत्या की साजिश रचने का मामला दर्ज कर पीएसआई खोलम और पुलिस कॉन्स्टेबल बढे मामले की आगे जांच कर रहे हैं।


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