व्यक्तियों व संस्थाओं को मुफ्त में दी गई संपत्तियों को कब्जे में लेने की मांग
ठाणे : मनपा ने अपनी कई संपत्तियां कुछ व्यक्तियों व संस्थाओं को मुफ्त में दिया है। ऐसे व्यक्ति व संस्थाओं की जांच संपत्ति अपने कब्जे में लेकर मनपा रेडीरेकनर की दर देने की प्रक्रिया शुरू करे। इसके साथ ही अरक्षित भूखंड मनपा अपने कब्जे में लेने की कार्रवाई करे। इस आशय की मांग नगर सेविका अर्चना मनेरा ने बजट की महासभा में उठाया है। उन्होंने प्रभाग समिति क्षेत्र की आय के अनुसार निधि उपलब्ध कराने की मांग उठाया है। नगर सेविका मनेरा ने बजट की महासभा में मनपा की आर्थिक समस्या पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि मनपा की अनेक संपत्ति कुछ व्यक्तियों व संस्थाओं को मुफ्त में दी गयी है। सड़क विस्तारीकरण के नाम पर माजीवाडा में एक बिल्डर को बड़े गाले दिए गए हैं। मनपा की अनेक संपत्ति में व्यवसाय किया जा रहा है जिसका मनपा व सामान्य नागरिकों को कोई लाभ नहीं हो रहा है। ऐसी संपत्ति की जांच कर अपने कब्जे में लेकर रेडीरेकनर की दर से देने की प्रक्रिया शुरू करें। उन्होंने कहा कि अरक्षित भूखंड पर खर्च करने के बावजूद उसे तत्काल कब्जे में नहीं लिया जाता है। अतिक्रमित भूखंड से प्रभावित लोगों का पुनर्वास करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए अरक्षित भूखंड तत्काल कब्जे में लेने की मनपा प्रक्रिया शुरू करे। नगर सेविका मनेरा ने कहा है कि आगामी बजट में जन उपयोगी कामों को प्रमुखता देने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व बस्ती न होने वाले इलाकों में बिल्डरों लिए सड़कें बनायीं गयी। ठेकेदारों को नाममात्र दर पर जगह किराए पर दी गयी। इसमें मेट्रो के ठेकेदारों के पास करोडो रुपए प्रलान्वित किराया वसूल करने में मनमानी की जा रही है। अनावश्यक खर्च व कर वसूली न लापरवाही से मनपा आर्थिक संकट में है। इसके लिए उन्होंने उपाय योजना तैयार करने की मांग करते हुए आय के अनुसार प्रभाग समिति क्षेत्रों को निधि उपलब्ध कराने की मांग किया है। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए कर देने वाली माजीवाडा मानपाडा प्रभाग समिति के घोड़बन्दर रोड इलाके 5 लाख रुपए की निधि के लिए झगड़ना पड़ता है।