ठाणे : महाराष्ट्र में ठाणे के मुंब्रा इलाके में बुधवार यानी आज सुबह तड़के ही प्राइम क्रिटिकेयर अस्पताल में भीषण आग लग गई। हादसे में चार मरीजों की मौत हो गई। जबकि 20 मरीजों को सुरक्षित बचा लिया गया। आग लगने के बाद आईसीयू में भर्ती छह मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा था, उसी दौरान इनमें से चार मरीजों ने दम तोड़ दिया।

स्थानीय विधायक जितेंद्र अव्हाड ने घटनास्थल का जायजा लिया। ठाणे महानगर पालिका ने बताया कि बुधवार तड़के करीब 3:40 बजे ठाणे के मुंब्रा इलाके में प्राइम क्रिटिकेयर अस्पताल में भीषण आग लग गई। दमकल कर्मियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। ठाणे महानगर पालिका ने हादसे की जांच का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया गया है।  ठाणे महानगर पालिका की ओर से कहा गया कि जब मरीजों को दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा था, तभी 4 मरीजों की मौत हो गई। शुरुआती जांच के मुताबिक, आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगीं हालांकि, इसकी असली वजह अभी पता नहीं चल सकी है।

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर शिवाजी कदम ने बताया कि इस दुर्घटना में 4 लोगों की मौत हुई है। मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता लगाया जाएगा। शुरू में हमें जानकारी मिली थी कि अस्पताल के अंदर 12 लोग हैं, लेकिन यहां आने पर ज्यादा मरीज मिले। हमारी जांच जारी और अगर कोई दोषी हुआ, तो उस पर कार्रवाई होगी।

इससे पहले पिछले हफ्ते मुंबई से लगभग 70 किलोमीटर दूर पालघर जिले के विरार में स्थित एक अस्पताल में आग लगने से 15 कोविड मरीजों की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने रविवार को अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (सीएओ) को गिरफ्तार किया है। उन्हें लापरवाही और अग्नि सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अस्पताल ने राज्य सरकार और सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न नियमों और दिशा-निर्देशों का कथित रूप से उल्लंघन किया था। अस्पताल ने इस साल अग्नि सुरक्षा ऑडिट भी नहीं कराया था। साथ ही उसके पास अग्निशमन विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) भी नहीं था।


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