ठाणे : कोरोना आरटी-पीसीआर जांच के लिए बगैर स्वैब लिए फर्जी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट देने वाले मनपा के दो अस्थाई स्वास्थ्य कर्मचारियों को पुलिस गिरफ्तार कर कर लिया है। दोनों एक हजार , डेढ़ हजार रूपये लेकर बगैर स्वैब लिए आधार कार्ड लेकर रिपोर्ट दे रहे थे। पुलिस की अपराध शाखा यूनिट 5 के वरिष्ठ निरीक्षक विकास घोडके ने बताया कि कोरोना की आरटी पीसीआर के लिए बगैर स्वैब लिए सिर्फ आधार नंबर लेकर 1250 रूपये लेकर कोरोना निगेटिव रिपोर्ट देने की सूचना मिली थी। पुलिस ने डमी ग्राहक भेजकर दो मृत व्यक्ति के आधार कार्ड के सहारे बोगस निगेटिव रिपोर्ट के लिए भेजा। इसी के साथ आरोपी के बैंक खाते में 2500 रूपये भेज दिया। आरोपी के द्वारा बोगस कोरोना निगेटिव रिपोर्ट देने के समय पुलिस ने जाल बिछाकर रंगेहाथों अपने कब्जे में ले लिया। उसके पास बोगस आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट मिलते ही पुलिस ने आरोपी व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी अफसर तेजपाल मंगवाना (34) दादोजी कोडदेव स्टेडियम ,ठाणे व सकपाल भाष्कर धवने (34 ) सम्राट नगर मुंब्रा निवासी बताये गए है। दोनों आरोपी मनपा के कोविड सेंटर में ठेका पद्धति से वार्ड ब्वाय का काम कर रहे थे। किसी को आरटी-पीसीआर कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की आवश्यकता होने पर दोने बगैर किसी जांच के एक - डेढ़ हजार रूपये लेकर बोगस रिपोर्ट बनाकर देते थे। स्वैब न लेकर टेस्टिंग स्टिक लैब में लेते थे और स्वैब न मिलने पर रिपोर्ट निगेटिव आ जाती थी। इस तरह निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट देकर कमाई करते थे। मनपा की ओर से आरटी पीसीआर जांच मुफ्त होने के बावजूद दोने पैसे लेकर शासन को धोखा दे रहे थे। इससे पॉजिटिव होने से दूसरों में कोरोना वायरस फैलाने की आशंका होती थी। अपराध शाखा के पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे है। 


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