मुंबई : महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष सांसद अशोक चव्हाण की शनिवार को जो ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी, 24 घंटे के भीतर उसने अपना असर दिखा दिया है। नामांकन भरने की अंतिम तिथि से एक दिन पहले कांग्रेस को चंद्रपुर में अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा है। रविवार को जारी कांग्रेस की नई सूची में चंद्रपुर से सुरेश धानोरकर उर्फ बालू धानोरकर को पार्टी की उम्मीदवारी दी गई है। 

धानोरकर शिवसेना से कांग्रेस में आए हैं। इससे पहले कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने उम्मीदवारों की जो सूची जारी की थी उसमें चंद्रपुर से विनायक बांगडे को उम्मीदवारी दी गई थी। कहा जा रहा है कि बांगडे कांग्रेस महासचिव और केंद्रीय चुनाव समिति के प्रभारी मुकुल वासनिक के करीबी हैं। 

बांगडे की उम्मीदवारी से लोकल कार्यकर्ता भी थे नाराज 

बांगडे की उम्मीदवारी से चंद्रपुर के स्थानीय कांग्रेसी कार्यकर्ता नाराज थे। ऐसे ही एक कार्यकर्ता ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण को फोन करके अपनी नाराजगी जताई थी। उसके साथ बातचीत में अशोक चव्हाण ने यह स्वीकार किया था चंद्रपुर में उम्मीदवार को लेकर विवाद है और इस बारे में उनकी बात नहीं सुनी गई। इस बातचीत में अशोक चव्हाण की सीधी नाराजगी मुकुल वासनिक के प्रति नजर आई थी। अशोक चव्हाण की इसी बातचीत का ऑडियो क्लिप वायरल हो गया था, जिसमें वह वासनिक के रवैए से खफा होकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात करते सुनाई दे रहे हैं। 

आखिर क्यों आई यह नौबत 

शिवसेना-बीजेपी का गठबंधन होने के बाद चंद्रपुर में बीजेपी को टक्कर देने के लिए अशोक चव्हाण ही बालू धानोरकर को टिकट का वादा करके शिवसेना से तोड़कर कांग्रेस में लाए थे। प्रदेश कांग्रेस समिति से भी धानोरकर का नाम ही केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा गया था लेकिन मुकुल वासनिक ने इस बीच अपना उम्मीदवार आगे कर दिया। इसके बाद से ही पार्टी में बगावत का माहौल था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक विजय वडेट्टीवार भी इसी मुद्दे पर इस्तीफा देने को तैयार थे। आखिरकार कांग्रेस को अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा 

प्रकाश आंबेडकर के उतरने से सोलापुर में त्रिकोणीय मुकाबला 

वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर सोमवार को सोलापुर में लोकसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल करने वाले हैं। अब सोलापुर में त्रिकोणीय मुकाबला होगा। कांग्रेस ने यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे को उम्मीदवार बनाया है। 2014 में सुशील कुमार शिंदे सोलापुर में बीजेपी के शरद बनसोडे से चुनाव हार चुके हैं, लेकिन इस बार बीजेपी ने सोलापुर से बनसोडे का टिकट काटकर लिंगायत समाज के जयसिद्धेश्वर स्वामी को अपना उम्मीदवार बनाया है। सोलापुर सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है। सुशील कुमार शिंदे और प्रकाश आंबेडकर, दोनों ही अनुसूचित जाति के हैं। सोलापुर सीट पर पर मराठा, मुस्लिम और दलित वोटरों के साथ लिंगायत समाज के वोटरों की काफी संख्या है। शिंदे और आंबेडकर की मौजूदगी में दलित-मुस्लिम वोट बीजेपी को मिलने की संभावना कम है इसीलिए बीजेपी ने लिंगायत उम्मीदवार खड़ा किया है। इससे यहां त्रिकोणीय मुकाबला होना तय है। 


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