८ दिन खाना खिलाया, मौका मिला तो बच्चा चुराया
मुंबई, भीख की उम्मीद करना भिखारी की मजबूरी होती है। बांद्रा के माहिम कॉजवे ट्रैफिक पुलिस चौकी के पास फुटपाथ पर भीख मांग कर गुजारा करनेवाली महिला की मजबूरी का फायदा एक धूर्त महिला ने उठाया। लगातार ८ दिन खाना देने वाली महिला मौका मिलते ही भिखारी महिला का १० महीने का बच्चा चुरा ले गई। बांद्रा के फुटपाथ से चोरी हुए उक्त बच्चे को बांद्रा पुलिस ने तेलंगाना से बरामद कर लिया है। ३ लाख १५ हजार रुपए में उक्त बच्चे को बेचा गया था।
बता दें कि ४० वर्षिया शहनाज खान (बदला हुआ नाम) बांद्रा पश्चिम-माहिम कॉजवे के पास फुटपाथ पर भीख मांगती है। ३१ अगस्त की रात वह वहीं फुटपाथ पर अपने १० महीने के बच्चे के साथ सोई थी। एक सितंबर की रात ढाई बजे उसकी आंख खुली तो उसका बच्चा गायब था। काफी खोजबीन के बाद भी जब बच्चे का पता नहीं लगा तो शहनाज ने बच्चे के अपहरण की शिकायत बांद्रा पुलिस थाने में दर्ज करा दी।
गरीबों से जुड़े मामलों को पुलिस गंभीरता से नहीं लेती है, इस भ्रम के विपरीत डीसीपी संग्रामसिंह निशानदार ने भिक्षुक महिला को प्राथमिकता के आधार पर ढूंढ़ने का निर्देश बांद्रा पुलिस के संबंधित अधिकारियों को दिया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मनोहर धनावड़े के मार्गदर्शन व पीआई (अपराध) सागर निकम के नेतृत्व में एपीआई हेमंत फड की टीम को शहनाज ने बताया कि एक महिला पिछले ८ दिनों से प्रतिदिन उसे खाना देने आती थी। पुलिस ने कथित संदिग्ध महिला का स्केच बांद्रा-पश्चिम व आसपास की बस्तियों में वितरित कराया। इसी प्रयास में कथित खाना खिलाने वाली महिला का सुराग पुलिस को मिल गया। बांद्रा-पश्चिम स्थित स्लाटर हाउस कंपाउंड में रहने वाली उस महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया तो उसने बच्चा चुराने का गुनाह कबूल कर लिया। उसने बच्चा खार-पश्चिम के दांड़ा इलाके में रहनेवाली महिला को डेढ़ लाख रुपए में बेचने की बात पुलिस को बताई। पुलिस जब दांडा में रहनेवाली महिला के घर पहुंची तो उसने बच्चे को तेलंगाना के एक रिश्तेदार को बेचने की बात बताई। जिसके बाद बांद्रा पुलिस की टीम तेलंगाना के जग्त्याल जिला अंतर्गत आने वाले बुग्गराम पुलिस थाने पहुंच गई और वहां की पुलिस की मदद से बच्चा खरीदनेवालों को हिरासत में लेकर बच्चे को सकुशल मुक्त करा लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से १ लाख ८५ हजार रुपए भी बरामद कर लिए हैं। आरोपियों को कोर्ट ने ८ सितंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है।