बाजार में मिट्टी के दीयों की बहार
मुंबई, दिवाली नजदीक आते ही बाजार में मिट्टी के दीयों की बहार आ गई है। कल्याण की दुकानों में रंग-बिरंगे दीये सज गए हैं। मान्यता है कि मिट्टी का दीपक जलाने से घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। शहर के लगभग सभी प्रमुख बाजारों में मिट्टी के पारंपरिक दीयों के अलावा लगभग दो दर्जन से भी अधिक किस्म के दीये उपलब्ध हैं। इनमें रंग-बिरंगे दीये भी स्टॉल की शोभा बढ़ा रहे हैं। साथ ही चिकने व आकर्षक दीपक ग्राहकों के मन को लुभा रहे हैं। भले ही दिवाली आने में कुछ दिन शेष हैं लेकिन लोगों ने दीया खरीदना शुरू कर दिया है। २० रुपए से लेकर १२० रुपए दर्जन तक के दीये बाजार में उपलब्ध हैं।
अधिकांश दुकानें विभिन्न किस्म के दीयों से सजी हुई हैं। दीयों के साथ अब इस बाजार में पटाखों की दुकानें भी सज गई हैं। रंगोली व एक से बढ़कर एक खूबसूरत आकाश कंदिल भी बाजार में बिकने के लिए आ गई हैं। कोरोना के कारण पिछले साल कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ था लेकिन अब कोरोना पर नियंत्रण है। लोग अब अपने घरों से सामान्य रूप से निकलने लगे हैं और बाजार में खरीददारी भी कर रहे हैं। दुकानों में जितने भी तरह के दीये हैं, वे सभी मिट्टी के हैं। केवल कारीगरों की मेहनत से वह चिकने व सुंदर लग रहे हैं।