सायन किला का बदलेगा स्वरूप...
मुंबई : पुर्तगालियों और अंग्रेजों ने दक्षिण और मध्य मुंबई में कई किलों का निर्माण किया था। इन किलों का उपयोग मुख्य रूप से शहर के चारों ओर नजर रखने और समुद्री मार्ग की निगरानी के उद्देश्य से किया गया था। इन्हीं किलों में से एक महत्वपूर्ण किला सायन किला है। अब सायन किला और उसके आसपास के इलाकों का संरक्षण और सौंदर्याकरण किया जाएगा। ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण करने के लिए मनपा ने एक योजना तैयार की है और जल्द ही इस काम के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।
इस सौंदर्गीकरण परियोजना के अंतर्गत वॉक वे, एम्फीथिएटर, बच्चों के खेलने के लिए खुला मैदान, अध्ययन कक्ष, जैव विविधता पार्क, बैठने की सुविधा और आंतरिक सड़क को मुख्य हाइवे से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। बता दें कि सायन किला 1669 से 1677 के बीच बनाया गया था और 1925 में इसे ग्रेड वन हेरिटेज का दर्जा प्राप्त हुआ। यह क्षेत्र सायन टेकड़ी और पंडित जवाहरलाल नेहरू वन उद्यान से घिरा हुआ है। किले के पास उद्यान से पर्यटकों को शहर और ठाणे खाड़ी का शानदार दृश्य देखने को मिलता है। इस उद्यान की देखभाल मनपा द्वारा किया जाता है और किले के संरक्षण का कार्य भी मनपा के अधीन है। सायन किले के सौंदयीकरण की चर्चा वर्ष 2022 से चल रही थी। तत्कालीन सांसद राहुल शेवाळे ने भी 2022 में किले का दौरा कर उसके संरक्षण और सौंदर्याकरण की मांग की थी।