वरिष्ठ नागरिक महिला से फर्जी "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले के ज़रिए ₹1.51 करोड़ की ठगी
मुंबई : दक्षिण साइबर पुलिस क्षेत्र ने एक जटिल साइबर धोखाधड़ी मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जहाँ एक 78 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक महिला से फर्जी "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले के ज़रिए ₹1.51 करोड़ की ठगी की गई। आरोपियों ने कथित तौर पर मुख्य मास्टरमाइंड, जॉन को बैंक खाते उपलब्ध कराए, जिसकी पहचान दुबई से हो रही है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान दिवा (ठाणे) निवासी सपन प्रफुल्ल कुमार और रबाले निवासी इमरान और अब्बू बकर के रूप में हुई है।
अदालत ने तीनों को 24 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। जाँचकर्ताओं के अनुसार, कुमार ने कई बैंक खाते प्राप्त किए और उन्हें सह-आरोपी इमरान और अब्बू बकर को सौंप दिया, जिनका इस्तेमाल बाद में पीड़िता के पैसे प्राप्त करने के लिए किया गया। भूलाभाई देसाई रोड पर बैंक ऑफ बड़ौदा के पास रहने वाली गृहिणी ज्योति प्रेमानंद बंदोदकर (78) से पहली बार 6 दिसंबर, 2024 को "डीएचएल कूरियर, दिल्ली से अमित कुमार" बनकर एक व्यक्ति ने संपर्क किया था। उसने झूठा दावा किया कि उसके नाम से बैंकॉक जा रहा एक संदिग्ध पार्सल विशेष जाँच दल ने रोक लिया है। पार्सल में कथित तौर पर एक्सपायर हो चुके पासपोर्ट, नशीले पदार्थ और उसका आधार कार्ड था।