राजभर पदमुक्त, बर्खास्तगी को लेकर योगी ने की थी सिफारिश
नई दिल्ली:सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी नेता ओमप्रकाश राजभर की तल्ख टिप्पणियों के कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल को उन्हें कैबिनेट से तुरंत बर्खास्त करने की सिफारिश की जिसके बाद राज्यपाल ने उन्हें पदमुक्त कर दिया है, साथ ही ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के अन्य सदस्य जो विभिन्न निगमों और परिषदों में अध्यक्ष व सदस्य हैं सभी को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है।
आदित्यनाथ ने यह भी सिफारिश की है कि राजभर की पार्टी के अन्य सदस्य जो राज्य मंत्री का दर्जा रखते है उन्हें भी तुरंत कैबिनेट से हटाया जायें। वहीं राज्यपाल कार्यालय से जारी बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने मंत्रिमण्डल के सदस्य ओम प्रकाश राजभर, मंत्री पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग जन विकास को तात्काल प्रभाव से प्रदेश मंत्रिमण्डल की सदस्यता से पदमुक्त कर दिया है।
नाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्ताव पर ओम प्रकाश राजभर को मंत्री पद से मुक्त करने के लिये अपना अनुमोदन प्रदान कर दिया है। राजभर अक्सर भाजपा के खिलाफ विवादास्पद बयान देते रहे है । अभी हाल ही में उन्होंने लोकसभा चुनाव में राजभर ने भाजपा के खिलाफ कड़ी बयानबाजी की थी।
इसके साथ ही जिन और लोगों पर गाज गिरी है उनमें ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के चेयरमैन पद से हटाया गया है वहीं उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के अध्यक्ष पद से राणा अजीत सिंह, राष्ट्रीय एकीकरण परिषद से सुनील अर्कवंशी और राधिका पटेल कोउत्तर प्रदेश पशुधन विकास परिषद के सदस्य पद से सुदामा राजभर को और उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग से गंगा राम राजभर और वीरेंद्र राजभर को भी हटाया गया है।
आपको बता दें कि सुभासपा उत्तरप्रदेश में भाजपा की सहयोगी पार्टी है और 2017 के विधानसभा चुनाव में उसने चार सीटें जीती थीं । लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होने के कारण राजभर की पार्टी सुभासपा ने लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश से 39 प्रत्याशी उतारे हैं।
ओपी राजभर ने सरकार के इस निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हम उनके फैसले का स्वागत करते हैं। सीएम ने बहुत अच्छा फैसला लिया है। उन्होंने सामाजिक न्याय समिति का गठन किया और अपनी रिपोर्ट को एक कूड़ेदान में फेंक दिया। उनके पास इसे लागू करने के लिए अतिरिक्त समय नहीं था। मैंने उनसे सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को जल्द से जल्द लागू करने का अनुरोध किया।'
ओपी राजभर अक्सर योगी सरकार को अपने निशाने पर लेते रहे हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने दावा किया था कि पूर्वांचल की 30 सीटों में से भाजपा केवल तीन सीटें ही जीत पाएगी।राजभर ने एक चुनावी सभा में दावा किया कि भविष्य में केन्द्र व उत्तर प्रदेश में सपा व बसपा के सहयोग से ही किसी पार्टी की सरकार बनेगी।