सुरक्षा दीवार से सटे झोपड़ों पर होगी कारवाई
मुंबई : मालाड के पिंपरीपाड़ा स्थित जलाशय की सुरक्षा दीवार ढहने से 27 लोगों की मौत के बाद मनपा क्षेत्र में सुरक्षा दीवारों से सटकर बने खतरनाक झोपड़ों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी मनपा प्रशासन ने शुरू की है। मनपा आयुक्त प्रवीण परदेशी ने सभी सहायक आयुक्तों, विभागीय उपायुक्तों एवं सभी प्रमुख अभियंताओं को सुरक्षा दीवार से सट कर बनाए गए झोपड़ों का सर्वे करने एवं सूची तैयार करने का आदेश दिया है। बारिश के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त ने आदेश में यह भी कहा है कि जहां सुरक्षा दीवार अत्यंत खतरनाक है, वहां के लोगों के लिए सुरक्षित स्थान पर पर्यायी व्यवस्था की जाए। सोमवार की रात हुई बारिश की वजह से मालाड पूर्व के पिंपरीपाड़ा में मनपा के मालाड़ जलाशय की सुरक्षा दीवार उससे सट कर बने 10 से 12 झोपड़ों पर गिर गई थी। इस दुर्घटना में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 70 का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। दुर्घटना की जांच के लिए जांच कमेटी गठित की गई है, जिसमें वीजेटीआई के सेवानिवृत्त अभियंता एवं आईआईटी के विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। दीवार का निर्माण करने वाली कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस तरह की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसको लेकर मनपा प्रशासन विशेष ध्यान दे रहा है। मालाड़ दुर्घटना को लेकर महापालिका आयुक्त प्रवीण परदेशी ने मनपा के सभी सहायक आयुक्तो और उपायुक्तों के अलावा जलअभियंता, मलनिस्सारण विभाग, घनकचरा व्यवस्थापन आदि विभागों के प्रमुखों को निर्देश दिया है। मनपा क्षेत्र में बनाई गई सभी दीवारों के बगल में बनाए गए झोपड़ों की सूची तैयार की जाए। आयुक्त परदेशी ने सहायक आयुक्तों एवं विभाग प्रमुखों को दिए निर्देश में कहा है कि सभी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में सुरक्षा दीवार से सटे झोपड़ों को हटाने का काम बारिश के बाद करें। साथ ही यदि कोई दीवार खतरनाक दिखती है तो उसके आस-पास के झोपड़ों को तुरंत स्थलांतरित किया जाए। अतिरिक्त मनपा आयुक्त प्रवीण दराडे ने बताया है कि आयुक्त के आदेश का क्रियान्वयन किया जाएगा। पहले सहायक आयुक्त एवं विभाग प्रमुख सूची तैयार करेंगे। बारिश के बाद झोपड़ों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी, जो सुरक्षा दीवार खतरनाक हैं उनके पास रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा जाएगा।