ठाणे : 8 वर्ष बाद भी नहीं क्रियान्वित हो पाया पार्किंग योजना
ठाणे : ठाणे शहर का वाहन पार्किंग योजना पिछले 8 वर्षों से सिर्फ कागजातों पर सिमट कर रह गया है, लेकिन अब इस योजना में मामूली बदलाव कर मनपा प्रशासन ने लागु करने के लिए हलचल शुरू कर दिया है. ठाणे महानगर पालिका ने ठाणे शहर में बढ़ रही वाहनों की पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए वर्ष 2013 में तत्कालीन आयुक्त आर ए राजीव ने लागु करने का निर्णय लिया था. तत्पश्चात इस संदर्भ में प्रस्ताव तैयार किया गया था. लेकिन इसे 2 साल बाद वर्ष 2015 में मंजूरी मिली और टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू की गई थी क्योंकि यह योजना पीपीपी तत्व पर शुरू किया जाने वाला है और इसमें कुछ नियम और शर्तें भी रखी गई थी. जिसके कारण अब कोई भी ठेकेदार सामने नहीं आया. पिछले 8 वर्षों से अधर में लटके इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए मनपा प्रशासन की तरफ से फिर हलचल शुरू किया गया है.
मनपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब इस बार मनपा के संबधित विभाग ने इस योजना के लिए तय किये नियम और शर्तों में शिथिलता लाते हुए मामूली बदलाव किया है. ऐसे में इस नए नियमावली के अनुसार शहर में कुल 177 सड़कों पर पार्किंग की व्यवस्था की जाने वाली है. जहां पर तक़रीबन 9 हजार 855 वाहनों को पार्क किया जा सकता है. ठाणे में पार्किंग वाहन योजना के दर की मंजूरी भी महासभा में 3 वर्ष पहले मिल चूका है. जिसके अनुसार पार्किंग स्पॉट अंतिम होने के बाद शहर के अधिकांश सड़कों पर पीले पट्टे लगाया था, लेकिन कंपनी द्वारा प्रतिसाद नहीं मिलने के कारण अधर में लटका रहा और पट्टे अब मिट चुके है. ऐसे में इस पर किया गया खर्च भी पानी में मिल गया. मनपा प्रशासन ने सड़कों पर पार्किंग योजना के लिए 4 श्रेणी में इसे विभाजित किया था. जिसमें अ, ब, क और ड का समावेश है. जिसके अनुसार अ वर्ग में 29, ब वर्ग में 50, क वर्ग में 30 और ड वर्ग में 57 सड़कों पर वाहन पार्किंग किया जाने वाला है क्योंकि पिछले वर्षों की तुलना में अब शहर में वाहनों की संख्या में वृद्धि हुई है.