तेहरान: मेडिकल क्लीनिक में धमाका, कम से कम 13 की मौत
ईरान की राजधानी तेहरान में हुए भीषण बम धमाके में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई वहीं कई अन्य घायल हैं. हादसे के बाद इलाके में स्थानीय प्रशासन पहुंचा है. हादसे की जांच की जा रही है. तेहरान की क्लीनिक में विस्फोट गैस रिसाव के चलते हुआ है.
इस बात की जानकारी तेहरान के डिप्टी गवर्नर ने दी है. इस हादसे में 10 महिलाएं और 3 पुरुष मारे गए हैं. इस बात की जानकारी डिप्टी हेल्थ मिनिस्टर इराज हरिरची ने नेशनल टीवी पर दी.
तेहरान अग्निशमन विभाग के प्रवक्ता जलाल मालेकी ने कहा कि विस्फोट के बाद लगी आग पर काबू पा लिया गया है. आग बुझा दी गई है. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में उत्तरी तेहरान साइट पर कई विस्फोट के बाद आग की लपटें नजर आ रही हैं.
एक अन्य वीडियो में फायर बिग्रेड का रेस्क्यू ऑपरेशन पोस्ट किया गया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स इन वायरल वीडियोज की पुष्टि नहीं करता है. स्थानीय अधिकारी के मुताबिक इस क्लीनिक में में कुल 25 कर्मचारी काम करते हैं, जिसमें हल्की सर्जरी और कुछ रोगों का इलाज किया जाता है.
पिछले हफ्ते तेहरान के पास एक संवेदनशील सैन्य स्थल के पास एक विस्फोट हुआ था, जिस पर रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि गैस भंडारण फैसिलिटी में एक टैंक के लीक होने के चलते आग लगी थी. इस हादसे में किसी की मौत नहीं हुई थी.
दुनिया की दिग्गज IT कंपनी Microsoft यूपी के इस शहर में बनाएगी कैंपस, 4000 लोग एकसाथ करेंगे काम
नई दिल्ली. दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 4000 लोगों की क्षमता का कैंपस बनाएगी. यूपी के एमएसएमई (MSME) और निवेश-निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को इसकी घोषणा की. माइक्रोसॉफ्ट इंडिया यूपी में विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी हब बनाने पर सहमत हुई है. माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने हैदराबाद में 5,000 और बेंगलुरु में 2,000 लोगों की क्षमता का कैंपस बनाया है. अब ग्रेटर नोएडा में कंपनी 4000 लोगों की क्षमता का कैंपस बनाने जा रही है.
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंह ने कहा कि कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को रेड कार्पेट सुविधा मुहैया कराएगी ताकि कंपनी के लिए कारोबार करना आसान हो सके. सरकार ने पहले कहा है कि यह राज्य के एक्सप्रेसवे के प्रत्येक तरफ 1 किमी की दूरी के भीतर भूमि अधिग्रहण करने के इच्छुक निवेशकों के लिए सरल बना देगा.
कंपनी ने कहा है कि वे अपने उत्तर भारत परिसर को ग्रेटर नोएडा स्थानांतरित करना चाहते हैं. सिंह ने कहा कि अगला कदम ग्रेटर नोएडा में टीम द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे के साथ उसके निरीक्षण के बाद एक साइट चिन्हित करेगी, जिसे राज्य सरकार परीक्षण करेगी.
दूसरी ओर, यमुना एक्सप्रेसवे के साथ जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पार्क विकसित करने की योजना है, जो ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ता है और विनिर्माण शुरू करने की योजना बनाने वाली कंपनियां राज्य और केंद्र द्वारा सब्सिडी और प्रोत्साहन के हकदार होंगे. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पहले ही TCS, Wipro और Haier जैसी बड़ी आईटी कंपनियां अपना कैंपस बना रही हैं.