भिवंडी : कांग्रेस को लग सकता है बड़ा झटका
भिवंडी : महापौर के चुनाव के बाद से ही भिवंडी कांग्रेस में अंतर्कलह बढ़ता जा रहा है| महापौर की उम्मीदवारी न मिलने के कारण कांग्रेस नगरसेवकों के एक गुट ने पार्टी से बगावत करके बीजेपी समर्थित कोणार्क विकास आघाडी की प्रतिभा पाटील का समर्थन किया था| इसके कारण उन्हें पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने का नोटिस दिया गया था| इसके बाद कांग्रेस के इन नगरसेवकों के एनसीपी में जाने की सूचना मिल रही है| कांग्रेस के कुछ नगरसेवक एनसीपी की महिला जिलाध्यक्ष स्वाति कांबले के साथ ठाणे एनसीपी के नेता गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड से भी मुलाकत कर चुके हैं|
एनसीपी की महिला जिलाध्यक्ष ने जहां कांग्रसी नगरसेवकों के एनसीपी में शामिल होने की तैयारी की पुष्टि की है, वहीं भिवंडी शहर कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष शोएब खान गुड्डू ने कांग्रेस की इस टूट को सिरे से इनकार किया है| उन्होंने कांग्रेसी नगरसेवकों के एनसीपी नेता के साथ हुई मुलाकत को एक शिष्टाचार मुलाकात बताया है| 2017 में हुए महापौर चुनाव में कांग्रेस के 47 नगरसेवक चुने गए थे| 90 नगरसेवकों वाली मनपा में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस को अपने नगरसेवकों पर भरोसा नहीं था| इसके कारण कांग्रेस के जावेद दलवी ने शिवसेना के साथ महापौर का चुनाव लड़ा था, जिसमें जावेद दलवी महापौर चुन लिए गए थे| महापौर के दूसरे टर्म के चुनाव में उम्मीदवारी न मिलने के कारण कांग्रेस के 18 नगरसेवकों ने कोणार्क विकास आघाडी का समर्थन कर प्रतिभा पाटील को महापौर बनवा दिया था और कांग्रेस के इमारन खान उप महापौर चुन लिए गए थे|
महापौर चुनाव के बाद से कांग्रेस का अंतर्कलह कम होने के बजाय और बढ़ता गया| जावेद दलवी महापौर का अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद कांग्रेस के धरना-मोर्चा से कन्नी काटते रहे| शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि जावेद दलवी भले ही कांग्रेस से महापौर चुने गए थे और विधानसभा का टिकट भी हथिया लिया था, लेकिन वह इन दिनों कांग्रेस से दूरी बनाकर चल रहे हैं|