मुंबई : पवई सड़कों पर डॉग बाइटिंग की घटनाएं बढ़ीं, डरे-सहमे लोग
मुंबई : शहर की सड़कों पर इधर-उधर घूम रहे आवारा कुत्तों की भरमार से डॉग बाइटिंग (कुत्ते के काटने) की घटनाएं आम हो गई है. सड़क हो या गालियां स्लम हो या उच्च रिहायशी कालोनियां, सभी जगह आवारा कुत्तों की भरमार हो गई है और वे आए दिन राहगीरों को अपना शिकार बना रहे है. जानकारी के अनुसार, आवारा कुत्तों ने पिछले 10 दिनों में पवई के हीरानंदानी जैसे उच्च रिहायशी इलाकों में तकरीबन दर्जनों लोगों को अपना शिकार बनाया है. हीरानंदानी स्थित हेरिटेज, ऑक्टेवियस बिल्डिंग के पास सर्कल पर दर्जनों आवारा कुत्तों की भरमार हो है। इसके अलावा, पवई के स्लम इलाकों, वीर सावरकर, 90 फीट रोड पर आवारा कुत्तों का झुंड फैला है, जिसका शिकार आम आदमी हो रहे हैं. मामले को लेकर स्थानीय नगरसेविका वैशाली पाटिल ने मनपा एस प्रभाग कार्यलय और सहायक आयुक्त को इसकी शिकायत भी की है.बीएमसी हो रही है फेलस्थानीय नगरसेविका वैशाली पाटिल ने बताया कि मनपा द्वारा आवारा कुत्तों को नहीं पकड़ा जा रहा है, जिससे आवारा कुत्तों की भरमार हो गई है. कुत्ते सुबह-शाम सड़कों पर चहल कदमी करने निकले लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. एक स्थानीय नागरिक ने शिकायती लहजे में बताया कि आज-कल डॉग लवर ज्यादा देखने को मिल रहे हैं जो अपने साथ खाना, बिस्किट लेकर आते हैं और सड़कों पर घूमते आवारा कुत्तों को खिलाते हैं. इससे दूसरा जब भी कोई आदमी या औरत हाथ में थैली लेकर जाता है तो उसे देखकर खाने के लिए दौड़ते हैं और ना मिलने पर उसे शिकार बना लेते हैं. ऐसे डॉग-लवर्स की वजह से भी परेशानी बढ़ी है और इन पर भी रोक लगनी चाहिए. पिछले दिनों ऐसे ही एक कुत्ते ने स्थानीय रहिवासी संदीप अस्थाना को अपना शिकार बना लिया और उस कुत्ते ने अस्थाना का पैर काट खाया. गौरतलब है कि सड़कों और फुटपाथ पर सुबह शाम बड़ी संख्या में लोग सपरिवार मॉर्निग वाक और इवनिंग वाक को निकले हैं जिसमे बूढ़े, बच्चे, जवान महिलाएं होती है और उसी समय आवारा कुत्ते पीछे से घर दबोचते हैं. इन घटनाओं से लोगों में भय का माहौल है.आवारा कुत्तों के काटने की कई शिकायते आई हैं. हमने मनपा अधिकारियों से बात की है. जल्द ही इन आवारा कुत्तों को पकड़ा जाएगा. लोग रास्ते पर खाना डालते हैं जिसकी वजह से भी यह समस्या बढ़ी है. -वैशाली पाटील, स्थानीय नगरसेविकायहां पर रोज ऐसी घटनाएं घट रही हैं. मनपा कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. हमने नगरसेवक और मनपा को इसकी शिकायत भी की है. रास्ते पर खाना खिलाने वालों पर भी रोक लगनी चाहिए पूनम दलाल, उत्तर-मध्य मुंबई जिला उपाध्यक्ष, पवई भाजपायहां पर रोज ऐसी समस्या हो रही है और हम सब इसके पीड़ित हैं. अधिकारियों से मेरा यह अनुरोध है कि कृपया इन आवारा कुत्तों को यहां से स्थानांतरित करें. -डॉ कमलिनी पाठक, रहिवासीमेरे पति को इन आवारा कुत्तों ने मॉर्निग वाक के समय ऑक्टावियस इमारत के पास काट लिया. पैर में गहरे जख्म हो गए जिनका हीरानंदानी हॉस्पिटल में इलाज किया गया. अब तो रास्ते पर चलने में डर लगता है. पिछले कुछ दिनों में इस तरह से दर्जनों घटनाएं घट चुकी हैं. -ममता अस्थाना, पीड़ित की पत्नी, हीरानंदानीक्या कहता है ऐनिमल वेलफेयर बोर्ड?कुत्तों के लिए पशु क्रूरता निवारण कानून और एबीसी पॉलसी बनी है, जिसके तहत उनका जीवन और भरण पोषण कैसे किया जाए इसका प्रावधान किया गया है. जो डॉग लवर उनको खाना खिलाते है उनके लिए भी नियम बने हैं. वे कहीं भी खाना नहीं खिला सकते. खाना खिलाने के लिए जगह फिक्स होनी चाहिए, जिससे डॉग लवर्स एक ही जगह पर खाना खिलाए और किसी को कोई असुविधा ना हो. डॉग बाईट के वजह से उनको मारा भी नहीं जा सकता जिसकी सख्त हिदायत भी दी गई है. पशु क्रूरता निवारण कानून में इसका प्रावधान है. ऐसी समस्याओं के लिए स्थानीय सिविक अथॉरटी या महानगरपालिका को जिम्मेवार ठहराया गया है.