पोलियो की दवा की जगह बच्चों को सैनिटाइजर पिलाया गया
12 बच्चों को उल्टियां शुरू होने के बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है
यवतमाल : भंडारा जिले जिले के सरकारी अस्पताल की आग में 10 बच्चों 10 नवजात शिशुओं की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि यवतमाल में पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान 12 बच्चों के सैनिटाइजर पीने की लापरवाही भरा मामला प्रकाश में आया है। दुर्घटना की वजह से बारह बच्चों को फिलहाल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका इलाज शुरू है। ये सभी बच्चे पांच वर्ष से कम उम्र के हैं।
लापरवाही भरी यह घटना यवतमाल जिले के घाटंजी स्वास्थ्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है। यहाँ कापसी कोपरी इलाके में बच्चों को पोलियो की खुराक दी जा रही थी। इसी दौरान बच्चों को पोलियो ड्राप की जगह सैनिटाइजर पिला दिया गया। इस वजह से बारह 12 की तबियत खराब हो गयी और उन्हें आनन फानन में (Yavatmal District Hospital) अस्पताल पहुंचाया गया। शुरूआत में बच्चों को उल्टियां होने की शिकायत हुई थी। फिलहाल इस घटना की के आदेश दे दिए गए हैं।
भंडारा जिले जनवरी के महीने में 10 नवजात शिशु को अपनी जान अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से गंवानी पड़ी थी। अस्पताल में आधी रात अचानक आग लगने की वजह से आईसीयू में भर्ती 10 नवजात शिशु सफोकेशन की वजह से सुबह मृत पाए गए थे। इस मामले की जांच के दौरान यह पाया गया था कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ था। जिसके बाद कई अधिकारियों का निलंबन और ट्रांसफर भी किया गया था।