अबकी राजनीति बदल गई, पहले जैसी समरसता नहीं रही - शरद पवार
मुंबई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि अबकी राजनीति बदल गई है। पहले जैसी समरसता नहीं रही। अब तो राजनीति में आंख निकाल लेने की भाषा बोली जा रही है। शरद पवार कल मृणालताई गोरे आर्ट गैलरी के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उद्योग मंत्री सुभाष देसाई भी उपस्थित थे।
‘केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट’ की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पवार ने आगे कहा कि जब मृणालताई सदन में होती थीं तो अक्सर वैचारिक वाद-विवाद होते थे लेकिन यह राज्य के हित में होता था। हमें समरसता देखने को मिलती थी, लेकिन आज वह समरसता देखने को नहीं मिलती। अब तो आंख निकाल लेने की भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। पवार ने मृणालताई गोरे की कई यादों को ताजा किया। महाराष्ट्र में सार्वजनिक जीवन में कई लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इनमें से कई लोगों की याद हम सबको आती है, उसमें मृणालताई का नाम जुड़े बिना नहीं रहता। मेडिकल की पढ़ाई छोड़कर वे रसोईघर के बर्तनों को हथियार बनाकर सामाजिक बीमारियों को ठीक करने के लिए संघर्ष करने निकल पड़ीं। आर्ट गैलरी उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है।
उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि आज से मृणालताई आर्ट गैलरी शुरू करना हम सभी के लिए एक खुशी का अवसर है। मृणालताई गोरे कौन थीं, उनका काम क्या था, इस दीर्घा में एक छोटी-सी झलक देखी जा सकती है। वास्तव में मृणालताई के पूरे जीवन को एक हॉल में समाहित रखना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने आम आदमी के मसलों को उठाया। उन्होंने आवास, पेयजल और बेसहारा महिलाओं का मुद्दा उठाया संघर्ष किया। उद्योग मंत्री देसाई ने कहा कि आजकल की राजनीति विकृत होती जा रही है। तर्क-वितर्को से परे हटकर महाराष्ट्र सरकार अपने ५ वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी।