लापता लोगों के परिजनों को फोन कर Paytm से मांगता था फिरौती, ऐसे हुआ गिरफ्तार
लापता और गुमशुदा हुए लोगों के परिजनों को इमोशनली ब्लैकमेल कर उनसे ठगी करने वाले शातिर ठग को ग्रेटर नोएडा की थाना 5 साइट पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ठगी करने वाले बदमाश को परी चौक से उस समय धर-दबोचा जब वह एक गुमशुदा के परिजनों से पैसे लेने पहुंचा था. पुलिस के अनुसार, आरोपी थाना और सार्वजनिक स्थानों पर लगे गुमशुदा के पोस्टरों पर लिखे फोन नंबर लेकर पीड़ित परिवारों को फोन करता था. वह फोन पर परिवार के गुमशुदा शख्स को अपने पास होने की बात कहकर परिजनों से फिरौती मांगता था. पीड़ित परिजनों से पेटीएम अकाउंट से पैसे जमा करने के लिए कहता और पैसे देने से इनकार करने पर गुमशुदा को जान से मारने की और उसके अंगों को बेचने की धमकी देता था. पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी फरीदाबाद निवासी अभिमन्यु शर्मा एक शातिर ठग है. डीएसपी ने बताया कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बुलंदशहर निवासी मोहर सिंह, जिनका 24 वर्षीय मानसिक रूप से विकलांग पुत्र 12 नवंबर को गायब हो गया था. इसकी गुमशुदगी की शिकायत साइट 5 थाने में दर्ज की गई थी. आरोपी अभिमन्यु ने मोहर सिंह को फोन कर कहा कि उनका बेटा राहुल उसके कब्जे में है. अगर उसकी सही सलामती और वापसी चाहते हैं, तो पेटीएम अकाउंट में 20 हज़ार रुपये ट्रांसफर करने होंगे.
इस पर मोहर सिंह ने कहा कि वह पहले राहुल की तस्वीर भेजे तभी उन्हें यकीन होगा. जिस पर अभिमन्यु भड़क गया और उसने धमकी दी कि वह राहुल की हत्या कर उसके अंगों को बेचकर पैसे हासिल कर लेगा. उसने कहा कि वह ऐसे कई लोगों के अंगों को बेच चुका है. ठग ने दावा करते हुए कहा कि उसे किडनी के ही डेढ़ लाख रुपये मिल जाते हैं, जिस पर मोहर सिंह घबरा गए और उसके अकाउंट में पांच हज़ार रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद भी अभिमन्यु ने ना तो राहुल का पता बताया और ना ही उसकी तस्वीर भेजी. तब मोहर सिंह ने थाने में इस बात की तहरीर दी और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अभिमन्यु को बाकी पैसे देने के लिए परी चौक पर बुलाया. जहां उसे दबोच लिया गया. पूछताछ में अभिमन्यु ने बताया कि वह इस तरह से 20 से 25 लोगों को इमोशनली ब्लैकमेल कर ठग चुका है. पुलिस ने अभिमन्यु को आईपीसी की धारा 386 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.