सलमान खान से मिलने निकले दिल्ली के तीन नाबालिग लड़कों को पुलिस ने नासिक के एक रेलवे स्टेशन से ढूंढ निकाला
नई दिल्ली: बॉलीवुड स्टार सलमान खान से मिलने निकले दिल्ली के तीन नाबालिग लड़कों को पुलिस ने सुरक्षित ढूंढ निकाला है. इन नाबालिगों को महाराष्ट्र के नासिक के एक रेलवे स्टेशन से सुरक्षित पाया गया. दिल्ली पुलिस ने बताया कि 25 जुलाई को दिल्ली से ये तीनों लड़के लापता हो गए थे. पुलिस ने बताया कि ये लड़के बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान से मिलने की उम्मीद में घर से मुंबई के लिए निकले थे.
कितने साल के हैं बच्चे
पुलिस ने जिन नाबालिगों को ढूंढ निकाला है, उनमें एक 13 साल, एक 11 साल और एक की उम्र 9 साल है. ये तीनों लड़कों की कथित तौर पर एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म के ज़रिए महाराष्ट्र के जालना निवासी वाहिद से दोस्ती हुई थी. पुलिस ने बताया कि जब वाहिद ने दावा किया कि वह सलमान खान से एक बार मिल चुका है और उनकी मुलाक़ात करवा सकता है, तो तीनों नाबालिगों ने वाहिद से मिलने का फैसला किया. बिना किसी को बताए, तीनों 25 जुलाई को जालना के लिए निकल पड़े, और मुंबई जाकर सलमान खान से मिलने की योजना बना रहे थे. हालांकि, जब वाहिद को बच्चों के परिवारों और पुलिस द्वारा उनकी तलाश के बारे में पता चला, तो वह मुलाकात से मुकर गया. इसके बाद लड़कों ने अपनी योजना बदल दी और नासिक के एक रेलवे स्टेशन पर उतर गए, जहां पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.
सदर बाजार इलाके के एक स्कूल में पढ़ते हैं तीनों नाबालिग
ये नाबालिग राष्ट्रीय राजधानी के सदर बाज़ार इलाके के एक ही स्कूल में पढ़ते हैं. शुरुआती जांच के दौरान, पुलिस को लापता बच्चों में से एक के घर से एक हैंडरिटन नोट मिला, जिसमें जालना के वाहिद नाम के एक व्यक्ति से मिलने की उनकी मंशा का ज़िक्र था. उनके घरों के पास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में लड़के अजमेरी गेट की ओर जाते हुए दिखाई दे रहे थे, जिससे पता चलता है कि वे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से किसी ट्रेन में सवार हुए होंगे. रेलवे रूट की जांच करने के बाद, पुलिस को शक हुआ कि लड़के महाराष्ट्र जाने वाली सचखंड एक्सप्रेस में सवार हुए हैं.
इसके साथ ही, दिल्ली पुलिस ने रेलवे पुलिस और जालना के अपने समकक्षों के साथ समन्वय स्थापित किया और कई संभावित स्थानों पर टीमें भेजी. जालना में वाहिद के घर की तलाशी में कोई सुराग नहीं मिला; हालांकि, लड़कों में से एक के फोन पर थोड़ी सी गतिविधि से पुलिस को नासिक में उनके स्थान का पता लगाने में मदद मिली.